आवाज ए हिमाचल
09 फरवरी।उपमंडल नादौन के अंतर्गत फतेहपुर के साथ लगते गांव रंघाड में रविवार को प्रवासियों की 23 झुग्गी-झोपडियां जलकर राख हो गईं। आग के कारणों का अभी तक पता नहीं लग पाया है। आग के कारण प्रवासियों को 10 लाख रुपये का नुकसान होने का अनुमान है। आग में झुग्गी-झोपडियों में रखा हुआ सारा सामान जल गया है, जिससे प्रवासी परिवार बेघर हो गए हैं। वर्षों से प्रवासी रोजी-रोटी के चलते फतेहपुर के पास में कुणाह खड्ड के किनारे अस्थाई तौर पर झोपडियां बनाकर रहते हैं।प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, दोपहर के समय एक झोपड़ी में आग की लपटें उठने लगीं। उस समय वहां कोई भी मौजूद नहीं था। सूखी घास और तिरपाल के कारण आग एकाएक 23 झोपड़ियों में फैल गई। मौके पर मौजूद लोगों ने दमकल विभाग की टीम को सूचित करके आग को बुझाने का प्रयास किया, लेकिन आग पर काबू नहीं पाया जा सका। दमकल विभाग की टीम के पहुंचने तक 23 झोपडियां पूरी तरह से जल गईं थी। आधे घंटे की मशक्कत के बाद आठ झोपड़ियों को आग से बचा लिया गया। मौके पर घटनास्थल का जायजा लेने तहसीलदार नादौन रोहित कंवर और एसडीएम डॉ. राकेश शर्मा पहुंचे। नुकसान का आकलन किया जा रहा है।नादौन तहसीलदार रोहित कंवर ने बताया कि प्रभावित प्रवासियों के लिए अस्थाई तौर पर रहने के लिए प्रशासन की ओर की ओर से टेंट व बिस्तर की व्यवस्था कर दी गई है। पंचायत प्रधान यह सारी व्यवस्था देखेंगे। प्रशासन की ओर से जहां बचाव कार्य में पूरा से सहयोग किया जा रहा है। वहीं, फौरी राहत के तौर पर फिलहाल 2,000 रुपये हर झुग्गी मलिक को दिए जाएंगे।