आवाज़ ए हिमाचल
शिमला। हिमाचल में दो सीमेंट उद्योगों के बंद होने के बाद से जारी विवाद नहीं हल हो पाया है। इस कारण दिल्ली से लौटते ही मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने 13 फरवरी को ट्रक ऑपरेटरों की फिर से बैठक बुलाई है। सोमवार को शिमला में दोपहर तीन बजे ट्रक आपरेटरों के साथ बैठक तय की गई है। सीमेंट कंपनी और ट्रक आपरेटरों के बीच चल रहे विवाद को हल करने के लिए बैठक में फैसला हो सकता है। गौर हो कि हिमाचल प्रदेश में पिछले दो महीने से सीमेंट फैक्ट्री विवाद चल रहा है।
ट्रक ऑपरेटर सोमवार 13 फरवरी को मुख्यमंत्री से मुलाकात करेंगे। प्रदेश में 15 दिसंबर 2022 में सोलन के दाड़लाघाट में एसीसी और बिलासपुर के बरमाना में अंबुजा सीमेंट की फैक्ट्रियों पर ताला लटका है। ऐसे में हजारों लोगों की रोजी-रोटी पर सकंट आ गया है। सीमेंट कंपनियों और ट्रक आपरेटरों में सीमेंट ढुलाई को लेकर विवाद चल रहा है, जिसे सुलझाने के लिए पहले जिला स्तर पर बैठकें हुई और फिर मुख्यमंत्री सुक्खूविंद्र सिंह सुक्खू ने भी प्रयास किए, लेकिन सभी दौर की बैठकें बेनतीजा रहीं, क्योंकि दोनों पक्ष अपनी-अपनी बात पर अड़े हैं।
ट्रक आपरेटरों ने 10.15 रुपए से 10.20 रुपए प्रति किलोमीटर ढुलाई की दर पर काम करने का प्रस्ताव रखा था, जिसे अडानी ग्रुप ने खारिज कर दिया। अडानी ग्रुप ने 9.06 रुपए का प्रस्ताव रखा, जिसे ट्रक ऑपरेटरों ने ठुकरा दिया था। उधर, बीडीटीसी ट्रक यूनियन के प्रधान राकेश ठाकुर का कहना है कि उनका धरना अभी जारी है। उन्होंने कहा कि अगर जरूरत पड़ी तो वार्ता करने के लिए दिल्ली भी जाएंगे। लेकिन अभी तक दिल्ली का कोई प्लान नहीं है। राकेश ठाकुर ने बताया कि मुख्यमंत्री ने उन्हें बैठक करने के लिए 13 फरवरी को शिमला में बुलाया है। उन्होंने बताया कि अब 13 फरवरी को दोपहर तीन बजे की बैठक में ही कोई फैसला हो सकता है।