आवाज ए हिमाचल
30 दिसम्बर। हिमाचल प्रदेश सरकार भी अब नशा तस्करों की कमर तोड़ने के लिए कडे़ प्रावधान करने जा रही है। सरकार का प्रस्ताव अगर सिरे चढ़ता है, तो आने वाले समय में हिमाचल पुलिस नशे के बडे़ सौदागरों को मात्र संदेह के आधार पर भी गिरफ्तार कर सकेगी और तीन महीने तक जेल के अंदर भी रख सकेगी, जिससे नशे के सौदागरों की कमर व सप्लाई चेन तोड़ने और इस धंधे में जुड़ी अन्य मछलियों तक पहुंचने पर पुलिस को बड़ी मदद मिलेगी। मंगलवार को मंडी पहुंचे हिमाचल प्रदेश पुलिस के मुखिया डीजीपी संजय कुंडू ने इस बात का खुलासा किया है।
उन्होंने बताया कि पंजाब की तर्ज पर हिमाचल में भी पिट एनडीपीएस यानी प्रीवेंशन ऑफ इलिशीट ट्रैफिक इन नारकोटिक्स ड्रग्स एंड साइकोट्रॉपिक सबस्टांसेस का प्रावधान करने जा रही है। संजय कुंडू ने बताया कि पंजाब ने पिट एनडीपीएस के तहत ऐसे लोगों को तीन महीनों तक जेल में बंद करने का प्रावधान कर दिया है, जो नशा तस्करी के कारोबार में संलिप्त रहते हैं। यदि पुलिस को ऐसे किसी तस्कर पर नशा तस्करी का पहले से संदेह हो जाता है, तो फिर उसे समय से पहल बिना किसी अपराध के संदेह के आधार पर गिरफ्तार किया जा सकता है। यह गिरफ्तारी तीन महीनों के लिए होगी और इसके लिए गृह सचिव की अध्यक्षता में प्रदेश सरकार द्वारा गठित रिटायर्ड जज की तीन सदसीय कमेटी के समक्ष ऐसे व्यक्ति को पेश किया जाएगा।
उन्होंने बताया कि नशा निवारण की राज्य स्तरीय बैठक में सीएम जयराम ठाकुर ने इस प्रावधान को शामिल करने के निर्देश दे दिए हैं और इस पर गृह विभाग ने आगे की प्रक्रिया शुरू कर दी है। उन्होंने कहा कि पुलिस क्वांटिटी वर्क की जगह क्वालिटी वर्क को अहमियत दे रही है। इससे पहले उन्होंने मंडी रेंज के पुलिस अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की और अधिकारियों को और ज्यादा मुस्तैदी के साथ काम करने के निर्देश दिए। मीटिंग के दौरान कुंडू ने नशा तस्करी पर बेहतर काम करने पर एसपी मंडी और हमीरपुर की पीठ थपथपाई और इंटेलिजेंट सर्विलांस ट्रैफिक सिस्टम और हनी ट्रैप का सनसनीखेज मामले के पर्दाफाश करने के लिए कुल्लू एसपी की भी तारीफ की। डीजीपी ने रिव्यू बैठक में अधिकारियों को लंबित मामलों पर जल्दी काम करने के निर्देश दिए।