आवाज ए हिमाचल
03 जनवरी।सरकार व अधिकारियों की अनदेखी के चलते हिमाचल पथ परिवहन निगम की कई बसें लोगों के लिए आफत बन रही है।अधिकारियों की लापरवाही इस कद्र बनी हुई है की लंबे रूटों पर भी ऐसी खटारा बसे भेजी जा रही है,जो कभी भी कही भी खड़ी हो जाती है।ऐसा ही एक मामला कांगड़ा के रानीताल में देखने को मिला है।यहां बद्दी, नालागढ़,सोलन, शिमला रूट पर चलने वाली हिमाचल पथ परिवहन निगम की बस सुबह तकनीकी खराबी के चलते बंद हो गई।यह बस नगरोटा डिपो की थी,जो नगरोटा बस स्टैंड से सुबह 6 बजे चली थी,लेकिन जैसे ही रानीताल के पास पहुंची तकनीकी खराबी के चलते वहां रुक गई। सवारियां करीब डेढ़ घण्टा तक बस के ठीक होने का इंताजर करती रही लेकिन बस ठीक नही हुई बाद में इन सवारियों को साढ़े आठ बजे धर्मशाला-कालका बस में भेजा गया।इस दौरान लोगों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ा।कई लोग अपने कार्यालय या अन्य जगह समय पर नहीं पहुंच पाए।लोगों की माने तो बस में कई लोग ऐसे थे जो शिमला में परीक्षाएं देने जा रहे थे,जबकि कुछ लोग इस उम्मीद के साथ सुबह इस बस में सवार हुए थे,तांकि वे समय पर अपने कार्यालय या जॉब पर पहुंच सके,लेकिन ऐसा हुआ नहीं।कई लोग न तो समय पर परीक्षाएं दे पाए और न ही अपने कार्यालय पहुंच सके।सवारियों को भारी समस्याएं झेलनी पड़ी।लोगों ने सरकार से मांग की है कि खटारा बसों की जगह नई बसे लगाई जाए तथा लांग रूट पर बस का निरीक्षण करने के बाद ही भेजा जाए।लोगों का कहना है कि भारत के बड़े शहरों में मेट्रो शुरू हो चुकी है,लेकिन हिमाचल सरकार अभी भी खटारा बसों पर निर्भर बनी हुई है।