आवाज ए हिमाचल
18 जनवरी।हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा जिले के नगरोटा सूरियां को नगर पंचायत बनाने और ब्लॉक को स्थानांतरित करने के विरोध में बनी नगर पंचायत हटाओ, विकास खंड बचाओ संघर्ष समिति को नगरोटा सूरियां की समस्याओं को लेकर मुख्यमंत्री से नहीं मिलने दिया गया। पुलिस ने वन्यप्राणी विभाग के केंद्र से एक किलोमीटर पीछे ही संघर्ष समिति के पदाधिकारियों और सदस्यों को हिरासत में ले लिया। इससे भड़के सदस्यों ने कहा कि मुख्यमंत्री से मिलने के लिए रोकना लोकतंत्र की हत्या है और अब कृषि एवं पशुपालन मंत्री चंद्र कुमार को नगरोटा सूरियां क्षेत्र में घुसने तक नहीं दिया जाएगा। मुख्यमंत्री शनिवार को नगरोटा सूरियां के बासा में वन्यप्राणी विभाग के इंटरप्रिटेशन भवन का उद्घाटन करने आए थे। 25 सदस्यीय संघर्ष समिति के सदस्यों ने कहा कि नगर पंचायत हटाओ विकास खंड बचाओ संघर्ष समिति नगरोटा सूरियां मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू का जवाली विस क्षेत्र में पधारने पर हार्दिक स्वागत करती है।संघर्ष समिति के सदस्य जब बैनर के साथ शांतिपूर्ण मार्च करती हुए उद्घाटन स्थल की ओर जा रहे थे तो डीएसपी जवाली वीरी सिंह के नेतृत्व में पुलिस ने अपनी बस में बैठाकर इन्हें हिरासत में ले लिया। इससे संघर्ष समिति सदस्य भड़क उठे और संघर्ष समिति जिंदाबाद,चंद्र कुमार मुरादाबाद के नारे लगाने शुरू कर दिए। इस बारे जब डीएसपी जवाली वीरी सिंह से पूछा तो उन्होंने बताया कि संघर्ष समिति को मुख्यमंत्री से मिलने का कोई भी समय नहीं दिया गया है। इसलिए इनको डिटेन किया गया है। उधर, संघर्ष समिति संयोजक संजय महाजन ने कहा कि संघर्ष समिति के सदस्य शांतिपूर्ण ढंग से मुख्यमंत्री को ज्ञापन देने जा रहे थे। लेकिन पुलिस ने रास्ते में ही हिरासत में ले लिया और मुख्यमंत्री से नहीं मिलने दिया गया जोकि लोकतंत्र की हत्या है। यह सब कृषि मंत्री चंद्र कुमार के आदेशों से हो रहा है और अब चंद्र कुमार को नगरोटा सूरियां क्षेत्र की किसी भी पंचायत में घुसने नहीं दिया जाएगा। इस अवसर पर संघर्ष समिति के साथ कथोलीपंचायत प्रधान जीएस बेदी सहित बड़ी संख्या में ग्रामीण उपस्थित रहे।