आवाज़ ए हिमाचल
01 अप्रैल। नई दिल्ली-वाराणसी हाई स्पीड रेल कारिडोर के लिए भूमि अधिग्रहण की कवायद शुरू हो गई है। प्रशासन की तरफ से इसके लिए एक कमेटी का गठन किया जा रहा है। छह सदस्यीय यह कमेटी जमीन पर अंतिम मुहर लगाएगी। जानकारों की मानें तो हाई स्पीड रेल कार्पोरेशन लिमिटेड के नाम से यह जमीन खरीदी जाएगी। इसके एवज में किसानों को देहात क्षेत्र में सर्किल रेट के हिसाब से चार गुना मुआवजा दिया जाएगा। वहीं, शहरी क्षेत्र में सर्किल रेट के हिसाब से दोगुना मुआवजा मिलेगा।
पारदर्शी तरीके से भूमि का अधिग्रहण हो
खैर तहसील के नौ गांव से नई दिल्ली-वाराणसी हाई स्पीड कारिडोर निकल रहा है। इसमें सियारोल, टप्पल, कृपालपुर, जिकरपुर, सिमरोठी, मरोरगड़ी, देवाका, गोरोला, घाघोली गांव शामिल हैं। पिछले दिनों डीएम ने इसको लेकर एक बैठक की। इसमें सभी अफसरों से इस प्रोजेक्ट के लिए भूमि अधिग्रहण पर चर्चा हुई। इस पर अब अधिग्रहण को लेकर कवायद शुरू हो गई है। एसएलएओ संजीव ओझा ने बताया कि इन सभी गांव से कुल 34 हेक्टेयर भूमि का अधिग्रहण होना है। इसमें जमीन मालिक को सर्किल रेट के हिसाब से चार गुना मुआवजा दिया जाएगा। प्रशासन की मंशा है कि पूरी तरह से पारदर्शी तरीके से भूमि का अधिग्रहण हो। इससे के भविष्य में किसी भी प्रकार के विवाद की जगह न रहे।