20 विद्यार्थी चंडीगढ़ के 5 स्टार होटल हयात के लिए चुने
आवाज़ ए हिमाचल
तरसेम जरियाल, धर्मशाला। पोस्ट ग्रेजुएट डिग्री कॉलेज धर्मशाला में वी-वॉक (वैचलर ऑफ वोकेशनल एजुकेशन) के तहत चलाए जा रहे हॉस्पिटैलिटी एन्ड टूरिज़्म विषय के फाइनल ईयर के तीन विद्यार्थियों का देश की राजधानी दिल्ली शहर में 5 स्टार होटल आईटीसी मौर्या में प्रशिक्षण के साथ जॉब के लिए चयन हुआ हैं। 5 स्टार होटल अंतर्राष्ट्रीय स्तर के नामी ब्रैंड हैं, जिसमें महाविद्यालय के विद्यार्थियों का चयन हुआ है। प्रशिक्षण के दौरान विद्यार्थियों को मासिक पन्द्रह हजार स्टाइपेंड के तौर पर दिया जाएगा, प्रशिक्षण पूरा होने पर पचीस से तीस हजार सैलेरी दी जाएगी। इसके अलावा 20 विद्यार्थियों का प्रशिक्षण के लिए चयन चंडीगढ़ शहर में हयात सेंट्रिक 5 स्टार होटल में हुआ हैं। विद्यार्थियों ने इस कामयाबी के लिए शिक्षकों और विभाग के नोडल ऑफ़सर डॉ. अजय कुमार चौधरी व कॉलेज प्रचार्य डॉ. राजेश शर्मा का आभार जताया हैं।
विद्यालय के प्राचार्य डॉ. राजेश कुमार शर्मा और नोडल अधिकारी डॉ. अजय कुमार चौधरी ने कहा की वी-वॉक डिग्री के हर समेस्टर के बाद इस तरह की ट्रेनिंग सभी विद्यार्थियों को दी जाती है, ताकि वह पढ़ाई के साथ-साथ काम करके अपने कौशल को भी विकसित करें। विभाग के नोडल अधिकारी डॉ. अजय कुमार चौधरी, और हेड ऑफ टूरिज़्म डिपार्टमेंट डॉ. अमित कटोच ने सभी विद्यार्थियों को बधाई व शुभकामनाएं दी तथा विद्यार्थियों को कौशल विकास की तरफ ध्यान केंद्रित करने की सलाह दी। प्रशिक्षक तरसेम जरियाल ने बताया कि वी० वॉक डिग्री कोर्स करने के बाद देश-विदेश में नौकरी के बेशुमार अवसर हैं।
विद्यार्थियों ने वी-वॉक डिग्री की विशेषताओं को विशेष रूप से प्रकट करते हुए कहा कि इस प्रोफेशनल डिग्री की पढ़ाई के साथ-साथ प्रशिक्षकों के प्रयास से रोजगार के अवसर विद्यार्थियों को मिल रहे हैं। थ्योरी के साथ-साथ प्रेक्टिकल प्रशिक्षण ने उन्हें यहां इस अवसर को प्रदान करने में मदद की है। नोडल अधिकारी डॉ. अजय चौधरी और तरसेम सिंह ने बताया कि 5 स्टार होटल में विद्यार्थियों को प्रशिक्षण के दौरान प्रेक्टिकल गुर सिखाने पर जोर दिया जाता है। इससे उन्हें प्रेक्टिकल ट्रेनिंग देकर रोजगार की आवश्यकता के हिसाब से प्रशिक्षित किया जाता हैं। तीन साल की प्रशिक्षण लेते लेते पढ़ाई के साथ साथ अंतिम वर्ष आते आते इतने कुशल हो जाते है उन्हें इंटरव्यू के माध्यम से दुनिया के किसी भी कोने में नौकरी आसानी से मिल सकती है। विद्यार्थियों ने बताया कि अपनी पढ़ाई के साथ-साथ प्रशिक्षकों ने उन्हें विशेष रूप से साक्षत्कार के तरीके और संवाद कौशल की बारीकियों के बारे में बताया हैं जिसकी बजह से आज इस मुकाम तक पहुंचे हैं ।इंडस्ट्रीयल ट्रेनिंग करने का मौका 5 स्टार होटल में करने का अवसर मिला है। EDU Bridge learning कंपनी की निगरानी में इस डिग्री कोर्स को चलाया जा रहा है। रोजगार की इस कामयाबी पर महाविद्यालय के प्रचार्य डॉ. राजेश शर्मा तथा वी-वॉक विभाग के नोडल अधिकारी डॉ. अजय कुमार चौधरी, हेड ऑफ टूरिज्म डिपार्टमेंट डॉ. अमित कटोच और प्रशिक्षक तरसेम जरियाल ने विद्यार्थियों को उनकी कामयाबी के लिए शुभकामनाएँ दी। उन्होंने बताया कि यह कोर्स उन छात्रों के लिए बेहद फायदेमंद है जो एजुकेशन के तुरंत बाद जॉब हासिल करना चाहते हैं। कोर्स के दौरान ट्रेनिंग पर ज्यादा फोकस किया जाता है। नोडल अधिकारी डॉ. अजय कुमार चौधरी ने बताया कि यह कोर्स विद्यार्थियों के करियर ग्राफ को बूस्ट देने में खूब मदद कर रहे हैं। इस अवसर विभाग के नोडल अधिकारी डॉ. अजय कुमार चौधरी, टूरिज़्म डिपार्टमेंट के हेड डॉ. अमित कटोच, विभाग के प्रशिक्षक तरसेम जरियाल, कनिका सूद, अंशुल राणा, ऑफिस कोर्डिनेटर सशंक गुप्ता संजीव कपूर आदि उपस्थित रहे।
वी-वॉक कोर्स, जानें कैसे करें यह कोर्स और कैसे मिलेगा फायदा?
बीवॉक एक तीन साल का वोकेशनल डिग्री कोर्स है। इस कोर्स का लक्ष्य उद्यमिता विकास, हॉस्पिटैलिटी एन्ड टूरिज़्म जैसे सेक्टर में स्किल डेवलपमेंट करना है। इसकी मदद से युवा डिग्री हासिल करने के साथ अपने हुनर को भी विकसित कर रहे हैं। यह उन छात्रों के लिए बेहद कारगर साबित हो रहा है, जो एजुकेशन पूरी होते ही अच्छी सैलरी वाली स्किल्ड जॉब्स की तलाश में रहते हैं।
वी-वॉक कोर्स के फायदे
देश में कराए जाने वाले ज्यादातर कोर्स सिर्फ किताबी ज्ञान तक ही सीमित हैं। ऐसे कोर्सों की संख्या बहुत कम है जो छात्रों में स्किल डेवलपमेंट का कार्य करते हैं। इसलिए छात्रों को मजबूरीवश विदेशों का रूख करना पड़ता है। इस कमी को पूरा करने के लिए ही नेशनल स्किल डेवलपमेंट क्रोपोरेशन के तहत राजकीय महाविद्यालय धर्मशाला में 2017 से छात्रों में इस डिग्री के जरिए स्किल्ट्रेनिंग प्रदान कर रही है, जिससे छात्र डिग्री कोर्स के साथ ही जॉब के लिए पूरी तरह से तैयार हो रहे हैं, आज के समय में सामान्य इंजीनियरिंग या मैनेजमेंट की डिग्री का उतना वैल्यू नहीं, जितना एक वी-वॉक डिग्री का है। इसका सबसे मुख्य कारण छात्रों को थ्यौरी बताने पर फोकस करने की जगह स्किल्स डेवलपमेंट पर फोकस करने पर किया गया है। डिग्री कॉलेज धर्मशाला के वी-वॉक इन हॉस्पिटलिटी एन्ड टूरिज़्म के तीन साल के इस वोकेशनल डिग्री के दौरान छात्रों को प्रतेयक समेस्टर की थ्योरी सेशन के बाद अंतर्राष्ट्रीय स्तर के चेन होटल फाईव स्टार और इंडस्ट्री में ट्रेनिंग दी जाती है।