आवाज़ ए हिमाचल
विक्रम सिंह, धर्मशाला। ‘सभी के लिए पोषण: एक साथ, स्वस्थ भारत की ओर’ थीम के तहत 20 मार्च से 3 अप्रैल 2023 तक जिला कांगड़ा के सभी विकास खंडों में पोषण पखवाड़ा मनाया गया। इस दौरान जिलेभर में विविध कार्यक्रम आयोजित करके लोगों को ’श्री अन्न’ (मोटा अनाज) के पोषण गुणों और उसकी उपयोगिता को लेकर शिक्षित किया गया।
यह जानकारी एकीकृत बाल विकास परियोजना के जिला अधिकारी अशोक शर्मा ने पोषण पखवाड़े के जिला स्तरीय समापन समारोह पर आज मंगलवार को धर्मशाला के डाईट में आयोजित कार्यक्रम में दी। इस अवसर पर मोटे अनाज की थीम पर पेंटिंग प्रतियोगिता का आयोजन किया गया।
उन्होंने बताया कि इस वर्ष को अन्तरराष्ट्रीय मिलेट वर्ष के रूप में घोषित किया गया है। जिसके आधार पर समापन समारोह में ‘मोटे अनाज के उपयोग और उसके महत्व’ थीम पर पेंटिंग प्रतियोगिता का आयोजन किया गया।
उन्होंने बताया कि इस प्रतियोगिता में लगभग 40 विद्यार्थियों ने भाग लेते हुए मोटे अनाज से संबंधित चित्र बनाए। प्रतियोगिता में आरती ने प्रथम, नैन्सी शर्मा ने दूसरा तथा अदिति राज ने तीसरा स्थान प्राप्त किया। अशोक शर्मा ने बताया कि पहले तीन स्थान पर आने वाले विद्यार्थियों को एक हजार, सात सौ व पांच सौ रूपये की नकद राशि पुरस्कार के रूप में दी गई।
उन्होंने बताया कि कार्यक्रम में बी.एड कॉलेज धर्मशाला की प्रधानाचार्य डॉ. आरती वर्मा ने विद्यार्थियों को मोटे अनाज और उसके महत्व के बारे में बताते हुए उन्हें इनके सेवन के प्रति जागरूक किया। उन्होंने बताया कि कार्यक्रम में स्वास्थ्य विभाग की जिला परियोजना अधिकारी डॉ. वन्दना और कृषि विभाग की विषयवार विशेषज्ञ डॉ. शशि ने भी पोषण संबंधी अपने विचार व्यक्त किए।
उन्होंने बताया कि पोषण पखवाड़े में जिला कांगड़ा के सभी विकास खण्डों में, अग्रिम पंक्ति की संस्थाओं, मंत्रालयों के साथ-साथ आम लोगों की व्यापक भागीदारी देखी गयी। उन्होंने बताया कि पोषण पखवाड़ा का केंद्र-बिंदु, कुपोषण को दूर करने के लिए एक मूल्यवान संपत्ति के रूप में ‘श्री अन्न’, जिसे सभी अनाजों की जननी कहा जाता है, को लोकप्रिय बनाना था। उन्होंने बताया कि इसी के तहत समापन में श्री अन्न (मोटे अनाज) से संबंधित प्रतियोगिता का आयोजन किया गया।