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तरसेम जरयाल, धर्मशाला। हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय क्षेत्रीय केंद्र मोहली खनियारा धर्मशाला में 3 सितम्बर को अर्थशास्त्र, इतिहास, राजनीति शास्त्र और हिंदी विभाग द्वारा 2024-25 नए सत्र के छात्रों के लिए स्टूडेंट इंडक्शन प्रोग्राम के साथ नए शैक्षणिक वर्ष की शुरुआत की। कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य छात्रों को विश्वविद्यालय के पाठ्यक्रमों, नियमों और विनियमन के शैक्षणिक पहलुओं से अवगत कराना और डिग्री कोर्स के फायदे सहित भविष्य को वेहतरीन बनाने व संवारने के लिए प्रेक्टिकल टिप्स से परिचित कराना था।
इस कार्यक्रम में क्षेत्रीय केन्द्र धर्मशाला के निदेशक प्रो. कुलदीप अत्री ने बतौर मुख्यातिथि शिरकत की। कार्यक्रम का शुभारम्भ माँ सरस्वती की पूजा अर्चना व विश्वविद्यालय कुलगीत से की गई।
अर्थशास्त्र विभाग के समन्वयक डॉ. किशोर कुमार ने अर्थशास्त्र में चलने वाले विभिन्न कोर्सों की उपयोगिता व छात्र किस किस क्षेत्र में अर्थशास्त्र की स्नातकोत्तर डिग्री लेने के बाद विभिन्न क्षेत्रों में अपनी सेवाएं दे सकते है, और रोजगार के अवसर पा सकते है। हिंदी विभाग के समन्वयक डॉ. संजीव कुमार ने विभाग में चलने वाले कोर्सों के वारे में विस्तार से बताया। उन्होंने कहा कि हिंदी हमारे देश की राजभाषा है, जिसका अपना विशाल साहित्य एवं इतिहास है। इसमें विभिन कोर्सों को पूर्ण करने के बाद रोज़गार के क्षेत्र में अपार संभावनाएं हैं, इसलिए शिक्षा के उदेश्यों को पूरा करने के लिए एकाग्रचित होकर कड़ी मेहनत करने की आवश्यकता है।
डॉ. राज कुमार ने इतिहास विषय पर अपने विचार रखते हुए छात्रों के लिए उसकी उपयोगिता के बारे में बताया। डॉ. हेत राम ठाकुर ने बताया कि राजनीति विज्ञान समाज के कल्याण से संबधित विषय है। इस विषय का संबध सरकार की विकास नीतियों को सुचारू ढंग से लागू करने से है। इस विषय का ज्ञान राजनीति कल्याण में रूचि रखने वाले छात्रों के लिए बहुत ही उपयोगी है।
अनुशासन और एंटी रैगिंग समिति के संयोजक डॉ. तिलक राज शर्मा ने छात्रों को अनुशासन और एंटी रैगिंग के दिशानिर्देशों की जानकारी देते हुए बताया कि हिमाचल प्रदेश विश्वविध्यालय क्षेत्रीय केंद्र धर्मशाला में छात्रों की समस्यायों का समाधान करने के लिए विभिन्न समितियों का नियमानुसार गठन किया गया है। किसी भी समस्या के संदर्भ में छात्र अपनी समस्यायों संबधी इन समितियों से संपर्क कर सकते है। इस कार्यक्रम में छात्रों के सर्वागीण विकास के लिए आयोजित की जाने वाली गतिविधियों की भी जानकारी दी गई।
कार्यक्रम में क्षेत्रीय केंद्र के निदेशक प्रो. कुलदीप अत्री ने भी छात्रों को संबोधित किया तथा विभिन्न शैक्षिक तथा अन्य गतिविधियों सहित छात्रों के लिए उपलब्ध सुविधायों की जानकारी दी। इन्होंने अपने उद्बोधन में स्टूडेंट्स को करियर के लक्ष्य और जीवन की योजना बनाने के बारे में बताया। आगे इन्होंने बताया कि ओरिएंटेशन का मुख्य उद्देश्य छात्रों को शिक्षा, और इसकी शिक्षण प्रक्रियाओं की समझ विकसित करने और उन्हें विश्वविद्यालय परिसर में उपलब्ध सुविधाओं, कार्य योजनाओं, उनसे अपेक्षित कौशल सेट आदि से परिचित कराना हैं।
इस अवसर पर अर्थशास्त्र, इतिहास, राजनीति शास्त्र और हिंदी विभाग के सभी शिक्षक तथा प्रथम सत्र के विद्यार्थी उपस्थित रहे।