आवाज़ ए हिमाचल
नई दिल्ली। जंतर-मंतर पर धरना दे रहे पहलवानों और पुलिसकर्मियों के बीच झड़प के बाद सियासत गरमा गई है। गुरुवार को कांग्रेस नेता राहुल गांधी, प्रियंका गांधी वढेरा, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, नवजोत सिंह सिद्धू और बॉक्सर विजेंदर सिंह ने पहलवानों का समर्थन किया और भाजपा सरकार को आड़े हाथ लिया। इसी बीच गुरुवार को पहलवानों से मिलने दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल, किसान और खाप नेता भी पहुंचे। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी तथा महासचिव प्रियंका गांधी वढेरा ने यहां जंतर-मंतर पर धरना दे रही महिला खिलाडिय़ों के साथ किए जा रहे बर्ताव को शर्मनाक बताते हुए गुरुवार को कहा कि देश की बेटियों पर हो रहे जुल्म को रोका जाना चाहिए और उनकी बात सुनी जानी चाहिए। कांग्रेस नेताओं ने कहा कि ‘बेटी बचाओ’ भाजपा सरकार का ढोंग है।
खिलाडिय़ों के आंसू बहुत पीड़ा देते हैं, इसलिए उनके साथ अत्याचार बंद कर उन्हें न्याय दिया जाना चाहिए। श्री गांधी ने ट्वीट कर कहा कि देश के खिलाडिय़ों के साथ ऐसा बर्ताव बहुत ही शर्मनाक है। ‘बेटी बचाओ’ बस ढोंग है। असल में भाजपा भारत की बेटियों पर अत्याचार करने से कभी पीछे नहीं हटी है। उधर पंजाब कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू ने पहलवानों से पुलिस की तरफ से की गई कथित बदसलूकी की निंदा की। पहलवानों का समर्थन करते हुए उन्होंने कहा कि शांतिपूर्वक विरोध प्रदर्शन उनका संवैधानिक अधिकार है। पुलिस को हस्तक्षेप करने का अधिकार केवल तब है जब हिंसा हो या कानून एवं व्यवस्था की स्थिति उत्पन्न हो पर ऐसा कुछ नहीं था। बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ नारे का खोखलापन सामने आया।