आवाज़ ए हिमाचल
बबलू गोस्वामी, नादौन (बड़ा)। प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने अपने दो माह के कार्यकाल में जिस तरह से एतिहासिक फैसले लिए है उन फैसलों से न केवल प्रदेश की जनता एवम बुद्विजीवी वर्ग द्वारा भरपूर प्रशंसा की जा रही है, बल्कि इनसे विपक्ष की नींद भी हराम हो गई है। ये बात कॉग्रेस के युवा कार्यकर्ता सुरिंदर ठाकुर सुन्नी एवं संदीप कुमार दीप ने एक वार्ता के दौरान कही। इस दौरान उनके साथ प्रवीण चौधरी, प्रदीप सिंह, कॉग्रेस किसान मोर्चा के उपाध्यक्ष कुलदीप सिंह पटियाल आदि विशेष रूप से उपस्थित थे।
सुन्नी ने कहा कि मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू द्वारा प्रदेश में ओपीएस की बहाली करके न केवल कमर्चारियों की पीड़ा का समझा है, बल्कि सुखाश्रय कोष की स्थापना करके मुख्यमंत्री सुक्खू ने निआश्रित एवम बेसहारा लोगों एवं बच्चों के दुःख दर्द को समझा है। मुख्यमंत्री सुक्खू ने 2025 तक जहाँ हिमाचल प्रदेश को हरित राज्य बनाने के लिए कृत संकल्प लिया है वहीं गेस्ट हाउसों में वीआईपी कल्चर को समाप्त कर प्रदेश की राजनीति में एक नई पहल की है।
सुन्नी ने कहा कि हिमाचल में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए जहाँ पर्यटकों की सुविधा के लिए प्रदेश के जिला मुख्यालयों में हेलीपोर्ट बनाने का फैसला लिया है, वहीं प्रदेश में भरस्टाचार पर लगाम लगाने के लिए प्रदेश के अधिकारियों को जहाँ वह कार्यरत हैं वहां भूमि खरीदने पर रोक लगाकर एक नया प्रयास किया है। उन्होंने कहा कि ये सब मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू की दूरदर्शी सोच है। सुन्नी ने कहा कि विपक्ष जिस तरह से मुख्यमंत्री के बारे में अनाप-शनाप बयानबाजी कर रहा है वास्तविकता ये है कि प्रदेश की जनता ने जो जनमत उन्हें दिया है वे उसे पचा नहीं पा रहे है, इसलिए हमारी उन्हें सलाह है कि वे मुंगेरी लाल की तरह हसीन सपने देखना छोड़ दें और जो प्रदेश की जनता ने उन्हें जनमत दिया है उसे स्वीकारें और प्रदेश के विकास के हित मे कार्य करते हुए मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू का साथ दें।