आवाज़ ए हिमाचल
नई दिल्ली। कानपुर में रिटायर्ड प्रिंसीपल रमेश बाबू शुक्ला की हत्या के मामले में एनआईए की स्पेशल कोर्ट ने आतंकी आतिफ मुजफ्फर और मोहम्मद फैसल को फांसी की सजा सुनाई है। इसके साथ ही उन पर पांच लाख का जुर्माना भी लगाया है। कानपुर के चकेरी थाने में हत्या की एफआईआर 24 अक्तूबर, 2016 को में दर्ज हुई थी। सुनवाई के दौरान यह साबित हो गया कि पिस्टल की टेस्टिंग के लिए टीचर की हत्या कर दी थी। हाथ में कलावा और माथे पर तिलक की हिंदू पहचान देख कर हत्या की गई थी। आईएसआईएस की जेहादी सोच दिखाने के लिए यह हत्या की गई थी।
बता दें कि आतिफ मुजफ्फर और फैसल को एक अन्य मामले में पहले ही फांसी की सजा मिल चुकी है। सैफुल्लाह एटीएस के साथ एनकाउंटर में मारा गया था। मार्च, 2017 में लखनऊ के ठाकुरगंज इलाके में सैफुल्लाह को मारा गया था। बता दें कि एनआईए की लखनऊ स्पेशल कोर्ट ने इस्लामिक स्टेट ऑफ इराक एंड सीरिया (आईएसआईएस) इन दो आतंकियों की सेवानिवृत्त स्कृल प्रिंसीपल की हत्या करने के मामले में दो आरोपियों को दोषी पाया था।