आवाज़ ए हिमाचल
07 अगस्त । एक स्वस्थ अर्थव्यवस्था के लिए विदेशी मुद्रा का भंडार काफी महत्वपूर्ण होता है। यह आयात को समर्थन देने के लिए आर्थिक संकट की स्थिति में अर्थव्यवस्था को बहुत आवश्यक मदद करता है। 30 जुलाई 2021 को समाप्त सप्ताह में देश का विदेशी मुद्रा भंडार 9.427 अरब डॉलर बढ़कर 620.576 अरब डॉलर के रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गया।
बढ़त के कारण-
भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार, 23 जुलाई 2021 को समाप्त सप्ताह में इसमें 1.581 करोड़ डॉलर की गिरावट आई थी और यह 611.149 अरब डॉलर रह गया था। विदेशी मुद्रा संपत्तियों में आई वृद्धि से विदेशी मुद्रा भंडार में तेजी आई है। एफसीए 8.596 अरब डॉलर बढ़कर 576.224 अरब डॉलर रह गया।
विदेशी मुद्रा संपत्तियों में विदेशी मुद्रा भंडार में रखी यूरो, पाउंड और येन जैसी दूसरी विदेशी मुद्राओं के मूल्य में वृद्धि या कमी का प्रभाव भी इसमें शामिल होता है।