आवाज़ ए हिमाचल
विपुल महेन्द्रू ( चम्बा )
6 सितम्बर। जिला चंबा की पांगी घाटी में पर्यटन की अपार संभावनाओं को मध्य नजर रखते हुए विशेषकर युवाओं को स्थानीय स्वरोजगार की ओर उन्मुख करने हेतु पर्यटन कार्यालय, चंबा की टीम ने जिला पर्यटन विकास अधिकारी, चंबा विजय कुमार की अगुवाई में पांगी उपमंडल के विभिन्न गांव में पांच दिवसीय दौरा किया | इस दल ने पांगी उपमंडल के सुदूर गांवों में 23 होमस्टे पंजीकृत किए। इन गांव में मुख्यतः फिन्डरू, फिन्डपार, साच, सेचू, चस्क, चस्क भटोरी ,साहली, कुमार भटोरी, शौर, अजोग, पुर्थी, थमोह और किलाड़ के बाशिंदों को होमस्टे योजना के साथ जोड़ा गया है । जिला पर्यटन अधिकारी विजय कुमार ने बताया कि किलाड़ मे एक 18 कमरों का नया होटल भी पंजीकृत किया गया है ।
लिहाजा अब पाँगी में पंजीकृत होटलों की संख्या तीन हो गई। पर्यटन अधिकारी ने बताया कि सेचू नामक स्थान पर भी स्थानीय लोगों को विशेष शिविर के माध्यम से हिमाचल प्रदेश सरकार की होमस्टे योजना से जुडने के लिए भी प्रेरित किया गया। अगले 10दिनों के भीतर एचपीकेवीएन के माध्यम से लगभग 60 स्थानीय युवाओं को फूड एंड बीवरेज एंड हाउसकीपिंग संबंधी विशेष प्रशिक्षण भी दिया जाएगा। इसके अतिरिक्त अगले एक माह के भीतर पर्यटन विभाग, पाँगी के प्रशासन के सहयोग से 25-30 स्थानीय युवाओं को होमस्टे संबधी प्रशिक्षण देगा ताकि उनका कौशल विकास हो सके। उल्लेखनीय है कि कि उपायुक्त चंबा डीसी राणा ने भी अपने हाल के पांगी दौरे के दौरान पांगी घाटी में पर्यटन व्यवसाय से जुड़ी तमाम गतिविधियों को बढ़ाने के भी निर्देश दिए थे।
गौर हो कि पर्यटन विभाग के प्रयासों से पिछले अढाई वर्षो में पाँगी घाटी में होमस्टे की संख्या एक से बढ़कर 38 हो चुकी है। सुदूर गांवों में पंजीकृत होमस्टे उपलब्ध होने से जहाँ एक तरफ पर्यटकों को ठहरने की सुविधा मिलेगी वहीं स्थानीय लोगों की आर्थिक स्थिति सुधरेगी व नए-नए ट्रैक रूट व पर्यटक स्थल भी अंतराष्ट्रीय पर्यटन मानचित्र पर अंकित करने केेे लिए पर्यटन विभाग कार्यालय चंबा द्वारा विशेष कार्ययोजना के तहत कार्य को अंजाम दिया जा रहा हैै। इस दौरान विभाग की टीम ने किलाड़ में कोरोना नियमों के अनुपालना की भी सुनिश्चितता बनाए रखने की पर्यटन व्यवसायियों को जानकारी प्रदान की व कोविड वैक्सीनेशन की आवश्यकता पर भी जोर दिया।