आवाज़ ए हिमाचल
विक्रम चंबियाल ( धर्मशाला )
03 दिसंबर। उपायुक्त कांगड़ा डॉ.निपुण जिंदल ने कहा कि दिव्यांगजनों के कल्याण के लिए प्रभावी तरीके से सरकारी योजनाओं का कार्यान्वयन किया जा रहा है ताकि वे सम्मान एवं प्रतिष्ठा के साथ अपना जीवन यापन कर सकें। दिव्यागों ने प्रत्येक क्षेत्र में खासकर खेलों के क्षेत्र में अपनी विशेष पहचान बनाई है। दिव्यांगजनों में प्रतिभा की कमी नहीं है, इन्हें सिर्फ प्रोत्साहन देने की आवश्यकता है। उपायुक्त आज विश्व दिव्यांगता दिवस पर जिला रेडक्रॉस सोसायटी कांगड़ा द्वारा बैजनाथ के बचत भवन के सभागार में,
निःशुल्क मेडिकल दिव्यांगता शिविर पर आयोजित कार्यक्रम में बतौर मुख्यातिथि शिरकत करने के उपरांत बोल रहे थे। उपायुक्त ने कहा कि प्रतिवर्ष 03 दिसम्बर को दुनियाभर में अन्तर्राष्ट्रीय दिव्यांग दिवस मनाया जाता है। इस दिन को मुख्य रूप से दिव्यागों के प्रति लोगों के व्यवहार में बदलाव लाने और उनके अधिकारों के प्रति जागरूक करने के लिए मनाया जाता है। उन्होंने बताया कि वर्ष 1992 में ही संयुक्त राष्ट्र संघ द्वारा 03 दिसम्बर को अन्तर्राष्ट्रीय दिव्यांग दिवस के रूप में मनाने की घोषणा भी
की गई और तभी से 03 दिसम्बर को अंतर्राष्ट्रीय दिवस मनाया जाता हैै। उन्होंने बताया कि इस दिवस को मनाने का सबसे महत्वपूर्ण उद्देश्य अशक्तजनों की अक्षमता के मुद्दों को लेकर समाज में लोगों की जागरूकता, समझ और संवेदनशीलता को बढ़ावा देना है। दिव्यांगजनों के आत्मसम्मान कल्याण और आजीविका की सुरक्षा सुनिश्चित करने में उनकी सहायता करना तथा आधुनिक समाज में अशक्तजनों के साथ हो रहे हर प्रकार के भेदभाव को समाप्त करना है।