आवाज़ ए हिमाचल
13 मई। दिल्ली विश्वविद्यालय कॉलेज कैंपस की चहल पहल का कॉलेज फ़ेस्टिवल होता है। इस फ़ेस्टिवल में युवा एवं युवतियों को अपने टैलेंट दिखाने का मौक़ा मिलता है लेकिन आज के दौर में भारत और संपूर्ण विश्व वैश्विक महामारी के दौर से गुज़र रहा है ऐसे समय में हर कुछ थम सा गया है और एक तरह की शिथिलता आ गई है। किन्तु इस दौर को एक चैलेंज के रूप में दिल्ली विश्वविद्यालय के हंसराज कॉलेज की छात्राओं ने लिया है और उनके डान्स सोसाइटी की प्रेसिडेंट इशित्वा अपने नए प्रकार के नृत्य को उजागर किया है।
वैश्विक महामारी के दौरान छात्रों ने घर में ही वीडियो बनाकर डान्स फ़िल्म जिसे क्कथार्सिस नाम दिया गया है।यह फ़िल्म समाज के उस और सोचने को मजबूर करता है जहाँ रूढ़िवादी समाज इंसान के विकल्प को मान्यता नहीं देता है और वो कुंठाग्रस्त हो कर ख़ुदकुशी करने पर मजबूर हो जाता है। इस फ़िल्म को राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित किया गया है।