आवाज़ ए हिमाचल
नई दिल्ली , 28 मार्च। दिल्ली पुलिस ने सोमवार को बड़ी सफलता हासिल करते हुए जामिया नगर इलाके में चल रहे एक अंतर्राष्ट्रीय फर्जी कॉल सेंटर का भंडाफोड़ किया है। पुलिस ने इस कॉल सेंटर से 8 लोगों को गिरफ्तार किया है।
पुलिस ने बताया है कि अब तक हुई जांच में गिरफ्तार लोगों से जब्त किए गए कंप्यूटरों से 35 लाख के लेन-देन का पता चला है। पुलिस का कहना है कि जांच जारी है और अन्य जानकारी मिलते ही वह और सूचना देंगे। जानकारी है कि अब तक इस कॉल सेंटर से 700 अमेरिकी नागरिकों से ठगी की जा चुकी है।
गौर रहे कि गुरुग्राम के डीएलएफ फेज-2 में किराए के मकान में ग्राउंड फ्लोर पर चल रहे एक फर्जी कॉल सेंटर का मुख्यमंत्री उड़नदस्ते ने पुलिस के साथ मिलकर भंडाफोड़ किया। मौके से संचालक समेत 14 युवक और 10 युवतियों को गिरफ्तार किया था।
कॉल सेंटर से अमेरिका और कनाडा के लोगों को डरा धमका कर वसूली व सिस्टम सपोर्ट देने के नाम पर ठगी की जा रही थी। आरोपियों के पास से ढाई लाख रुपये, कंप्यूटर, मोबाइल आदि बरामद हुए हैं।
एसीपी क्राइम प्रीतपाल सांगवान ने बताया कि मुख्यमंत्री उड़नदस्ते की टीम को 25 मार्च की रात को सूचना मिली थी कि डीएलएफ फेज-2 के एम ब्लॉक की गली नंबर-11 के प्लॉट संख्या-9 में ग्राउंड फ्लोर पर उमेश यादव उर्फ ओम्मी, माणिक और एसस्ले नाम का व्यक्ति एक फर्जी कॉल सेंटर चला रहे हैं। ये लोग कंप्यूटर से वॉइस मेल और पॉपअप भेजकर सिस्टम सपोर्ट देने के नाम पर ठगी करते थे। इसके साथ ही खुद को कनाडा और अमेरिका की सरकारी एजेंसी का अधिकारी बताकर डरा धमकाकर वसूली करते हैं।
डीएसपी मुख्यमंत्री उड़नदस्ता इंद्रजीत, एसीपी डीएलएफ संजीव बल्हारा ने पुलिस टीम के साथ मिलकर छापा मारा। मौके पर मौजूद कॉल सेंटर संचालक गुरुग्राम के सेक्टर-7 निवासी उमेश यादव से लाइसेंस, कंपनी का रजिस्ट्रेशन समेत अन्य दस्तावेज मांगे गए, लेकिन वह कुछ नहीं दिखा सका। पुलिस ने संचालक समेत 14 युवक और 10 युवतियों को गिरफ्तार कर लिया। सभी के खिलाफ डीएलएफ फेज-2 थाने में फर्जी कॉल सेंटर चलाकर विदेशी नागरिकों से धोखाधड़ी, रुपये वसूलने की रिपोर्ट दर्ज हुई है।