आवाज़ ए हिमाचल
इस्लामाबाद। आर्थिक तंगी की मार झेल रहे आतंक के आका पाकिस्तान में दिन-प्रतिदिन मुश्किलें बढ़ती ही जा रही हैं। हाल ही में बिजली की दरें बढ़ाने वाले पाकिस्तान में अब अंधेरा पसर गया है। मुल्क के लगभग 22 जिलों में ब्लैकआउट है और लोग अंधरे में जीने को मजबूर हैं। कुल मिलाकर पाकिस्तान में हाहाकार मचा हुआ है। जानकारी के अनुसार पाकिस्तान के ऊर्जा मंत्रालय ने सोमवार को कहा कि राष्ट्रीय ग्रिड की फ्रीक्वेंसी कम होने के कारण सुबह से देश भर में बिजली गुल हो गई। मंत्रालय ने ट्वीट किया कि प्रारंभिक रिपोर्टों के अनुसार, नेशनल ग्रिड की सिस्टम फ्रीक्वेंसी सोमवार सुबह साढ़े सात बजे कम हो गई, जिसके कारण बिजली व्यवस्था व्यापक रूप से ठप हो गई है।
बिजली मंत्री खुर्रम दस्तगीर ने बताया कि आर्थिक उपाय के तहत ईंधन की बचत करने के लिए रात में बिजली उत्पादन इकाइयों को अस्थायी रूप से बंद कर दिया जाता है। श्री दस्तगीर ने कहा कि सुबह साढ़े सात बजे जब सिस्टम एक-एक करके चालू किए गए, तो देश के दक्षिणी हिस्से में जमशोरो और दादू के बीच फ्रीक्वेंसी में तबदीली की सूचना मिली। वोल्टेज में उतार-चढ़ाव आया और सिस्टम एक-एक करके बंद हो गए। यह कोई बड़ा संकट नहीं है। उन्होंने कहा कि उनके मंत्रालय ने तारबेला और वारसाक में कुछ ग्रिड स्टेशनों को बहाल करना शुरू कर दिया है।
उन्होंने दावा किया कि पेशावर इलेक्ट्रिक सप्लाई कंपनी (पीईएससीओ) और इस्लामाबाद इलेक्ट्रिक सप्लाई कंपनी (आईईएससीओ) के कुछ ग्रिड पहले ही बहाल कर दिए गए हैं। इस बीच, कराची के कई इलाकों में बिजली गुल रहने की भी खबर है। के-इलेक्ट्रिक के प्रवक्ता ने इसका कारण साझा नहीं किया है। आईईएससीओ के प्रवक्ता ने कहा कि उसके 117 ग्रिड स्टेशन में बिजली नहीं है। इस बीच, पीईएससीओ ने अपने आपूर्तिकर्ता क्षेत्रों में भी बिजली नहीं होने की पुष्टि की है। जियो न्यूज की रिपोर्ट के अनुसार तीन महीने के भीतर यह दूसरी बार है, जब देश में बिजली गुल हुई है। इससे पहले पिछले वर्ष अक्तूबर में कराची, हैदराबाद, सुक्कुर, क्वेटा, मुल्तान और फैसलाबाद में बिजली गुल हो गई थी।