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नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सुप्रसिद्ध फिल्म निर्देशक के विश्वनाथ के निधन पर शोक जताया है। पीएम मोदी ने ट्वीट किया कि विश्वनाथ गरु के निधन से दुखी हूं। वे एक रचनात्मक और बहुमुखी निर्देशक के रूप में अपनी अलग पहचान बनाने वाले, सिनेमा जगत के एक दिग्गज थे। उनकी फिल्मों ने विभिन्न शैलियों को कवर किया और दशकों तक दर्शकों को मंत्रमुग्ध किया। उनके परिवार और प्रशंसकों के प्रति मेरी संवेदनाएं।
तेलंगाना के मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव ने शुक्रवार को सुप्रसिद्ध फिल्म निर्देशक के. विश्वनाथ के निधन पर शोक व्यक्त किया है। राव ने अपने शोक संदेश में कहा, ‘‘विश्वनाथ प्रतिष्ठित फिल्म निर्देशक थे, जिन्होंने साधारण कहानियों को अपनी अद्भुत प्रतिभा के दम पर बड़े पर्दे पर एक ‘क्लासिक फिल्म’ के रूप में पेश किया। मुख्यमंत्री ने शोक संतप्त परिजनों के प्रति अपनी गहरी संवेदना व्यक्त की।” मुख्यमंत्री ने विश्वनाथ और उनके बीच फिल्मों, संगीत और साहित्य पर हुई चर्चा को याद करते हुए कहा कि विश्वनाथ की फिल्मों में भारत के पारंपरिक मूल्यों और संस्कृति को बहुत महत्व दिया गया है।
राव ने कहा कि कवि और विद्वान अमर होते हैं। उन्हें जन्म और मृत्यु का कोई भय नहीं है। उन्होंने कहा कि जयंती ते सुकृतिनो। रसासिद्ध कवीस्वर: नास्ति तेषाम यश: काये जरामरंजम भयम” श्लोक दिवंगत फिल्मकार पर लागू होती हैं। विश्वनाथ का गुरुवार रात हैदराबाद में एक निजी अस्पताल में निधन हो गया। वह 92 साल के थे। उन्हें दादा साहेब फाल्के पुरस्कार से सम्मानित किया गया था। दादा फाल्के पुरस्कार से सम्मानित होने वाले वह 48वें शख्स थे। इस पुरस्कार को भारतीय सिनेमा का सर्वोच्च सम्मान माना जाता है। उन्हें 2016 में दादा साहेब फाल्के पुरस्कार से नवाजा गया था।