आवाज़ ए हिमाचल
14 जून।वन, युवा सेवाएं एवं खेल मंत्री राकेश पठानिया ने आज मिनी सचिवालय में धर्मशाला के जदरांगल में प्रस्तावित हिमाचल प्रदेश केंद्रीय विश्वविद्यालय के निर्माण से जुड़े कार्यों की प्रगति की समीक्षा के लिए सभी संबंधित विभागों के अधिकारियों के साथ बैठक की। बैठक में स्थानीय विधायक विशाल नैहरिया विशेष तौर पर उपस्थित रहे।
पठानिया ने अधिकारियों को केन्द्रीय विश्वविद्यालय से जुड़ी सभी औपचारिकताएं 10 दिनों के भीतर पूरा करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि केंद्रीय विश्वविद्यालय से सम्बन्धित मामले की दिल्ली में वह स्वयं पैरवी करेंगे।
उन्होंने कहा की प्रदेश सरकार विश्वविद्यालय के निर्माण की प्रक्रिया को तेजी से पूरा करने के लिये गम्भीर है। उन्होंनेे अधिकारियों को सीयू के निर्माण को लेकर प्रक्रिया को शीघ्र पूरा करने के लिये तत्परता से कार्य करने को कहा। उन्होंने जिला प्रशासन, वन विभाग तथा केंद्रीय विश्वविद्यालय प्रशासन को आपसी समन्वय से काम करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि केंद्रीय विश्वविद्यालय को लेकर लोगों की बहुत अपेक्षाएं और आशायें हैं, इस कार्य को प्राथमिकता पर करें।
वन मंत्री ने कहा कि प्रदेश में वनों के संरक्षण और इन्हें जीविका कमाने का साधन बनाने के लिए ठोस कदम उठाए गए हैं। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर के नेतृत्व में वर्तमान सरकार वन संरक्षण, संवर्धन और इन्हें पर्यटन व अन्य रोजगार गतिविधियों से जोड़ने के लिए गंभीर प्रयास कर रही है। जलवायु संतुलन में वनों का महत्वपूर्ण योगदान रहता है। सरकार प्रदेश में वन आवरण को बढ़ाने के लिए विशेष प्रयास कर रही है। उन्होंने कहा कि पर्यावरण संरक्षण के उद्देश्य से पौधरोपण को प्रोत्साहित करने के लिये प्रदेश सरकार ने कई योजनाएं शुरू की हैं। इनमें विद्यार्थी वन मित्र योजना, सामुदायिक वन संवर्द्धन योजना, वन समृद्धि-जन समृद्धि योजना, एक बूटा बेटी के नाम इत्यादि प्रमुख हैं।
इस अवसर पर उपायुक्त राकेश कुमार प्रजापति, मुख्य अरण्यपाल धर्मशाला वृत प्रदीप ठाकुर, एडीएम रोहित राठौर, एसडीएम धर्मशाला डॉ.हरीश गज्जू, जिला वन अधिकारी डॉ.संजीव कुमार सहित वन विभाग तथा केंद्रीय विश्वविद्यालय के अधिकारी उपस्थित थेे।