आवाज़ ए हिमाचल
शिमला। जेबीटी बनाम बीएड मामले में जेबीटी प्रशिक्षुओं ने आरोप लगाया है कि बीएड अभ्यर्थियों के दस्तावेजों की जांच किए बिना ही उन्हें जेबीटी भर्ती में नियुक्ति दे दी गई है। आल इंडिया जेबीटी यूनियन के सचिव घनश्याम, शिमला जिला अध्यक्ष शक्ति और रोहित ने कहा कि अधिकतर बीएड अभ्यर्थियों के पास जेबीटी टेट नहीं है। प्रारंभिक शिक्षा विभाग की ओर से जेबीटी की बैचवाइज काउंसिलिंग का रिजल्ट जारी किया गया है, लेकिन इस रिजल्ट पर सवाल खड़े हो गए हैं। जेबीटी प्रशिक्षुओं ने आरोप लगाया है कि आनन-फानन में रिजल्ट जारी किया गया और बीएड अभ्यर्थियों के दस्तावेज भी सही से चैक नहीं किए गए। यह मामला पहले ही अदालत में चल रहा है। अन्य राज्यों की तरह क्यों हिमाचल में अदालत के फैसले का इंतजार नहीं किया गया। जब तक आर एंड पी रूल्स में बदलाव नहीं किया गया हो, तब तक कैसे बीएड को जेबीटी भर्ती में पात्र माना जा सकता है। उन्होंने कह कि प्रदेश में करीबन 60 हजार के करीब जेबीटी अभ्यर्थी हैं और पिछले 5 वर्षों से यह भर्ती नहीं हो पाई है।