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तरसेम जरियाल, दरीणी। राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला दरीणी में राष्ट्रीय सेवा योजना के तहत चल रहे शिविर में आज विजयदशमी के पावन पर्व पर पतंजलि योगपीठ हरिद्वार के सानिध्य में मुख्य योग शिक्षक एवं योग पीठ के आजीवन सदस्य रजनेश कुमार शर्मा द्वारा विद्यार्थी संस्कार शिविर के अधीन बच्चों को योग प्राणायाम व ध्यान शिविर करवाया गया।
योग परिवार जिला कांगड़ा के योग प्रचारक रजिंद्र सिंह ने प्रेस को जारी बयान में बताया कि आज की इस भागदौड़ भरी जिंदगी में हर आदमी व्यस्त है और बिना वजह की दवाइयों को खाने में लगा हुआ है। आज जंक फूड इतना बढ़ गया है कि हर आदमी इससे ग्रस्त है और बिना वजह के रोगों से घिरा हुआ है।
मुख्य योग शिक्षक रजनेश कुमार शर्मा ने छात्र-छात्राओं को योगिक-जोकिंग, सूर्य नमस्कार, विभिन्न प्रकार के आसनों के साथ-साथ अष्टांग योग, यम-नियमों का महत्व तथा प्राणायाम के बारे में बताया। माता-पिता और गुरु का कितना ऊंचा स्थान होता है इसके बारे में बच्चों को बताया गया। बिना गुरु से कभी भी ज्ञान प्राप्त नहीं होता है। उन्होंने इसका उदाहरण देते हुए भगवान श्री राम जी व योगेश्वर भगवान श्री कृष्ण जी के बचपन को बताया कि उन्होंने किस प्रकार गुरु से शिक्षा ग्रहण की थी। बच्चों ने योग की सभी क्रियाओं को बहुत ही भली प्रकार से समझा और उनको अपने जीवन में उतारने का प्रण लिया।
ज्ञात रहे कि , 4 मार्च 2004 को विश्व विख्यात योग गुरु स्वामी रामदेव जी के साथ जुड़ कर रजनेश कुमार शर्मा आज तक समाज में नि:शुल्क 552 योग शिविर लगा चुके हैं, जिसमें 200 शिविर शिक्षा के क्षेत्र में बच्चों के लिए ही लगाए हैं। एक प्रण लिया है कि अपनी जिंदगी की अंतिम सांस तक समाज के अंदर नि:शुल्क योग सेवा का कार्य करते रहेंगे।
शिविर अधिकारी पंकज जमवाल व रंजू बाला ने योग के महत्व पर बल देते हुए कहा कि आज के इस दौर में योग के द्वारा ही हम पूर्ण स्वास्थ्य रह सकते हैं। शिविर में छात्रों के आलावा विद्यालय स्टाफ से रवि, विशाल, सतीश व काकू राम सहित पतंजलि योग परिवार जिला कांगड़ा से रमा शर्मा, अमिता शर्मा, राजीव शर्मा और राजेंद्र सिंह ने भाग लिया।