आवाज़ ए हिमाचल
सुमित शर्मा परवाणू
17 मई।पिंजौर-परवाणू बाईपास से हिमाचल प्रवेश करते ही प्रदेश का पहला गांव टीपरा आज़ादी के 75 वर्षो बाद भी मूलभूत सुविधाओ से वंचित है।हालात यह है कि यहां न तो पेयजल की पर्याप्त व्यवस्था है और न ही सड़क की सुविधा। स्वास्थ्य के नाम पर यहां एक अदद डिस्पेंसरी तक नहीं खुल पाई है, शिक्षा के नाम पर सरकारी स्कूल है जहां बच्चे फटे टाटो पर बैठने के लिए मजबूर है। सीवरेज की व्यवस्था तो यहां है ही नहीं है। यू तो यह गांव नेशनल हाईवे के साथ सटा हुआ है,लेकिन बाबजूद इसके नेशनल हाईवे से आज तक नहीं जुड़ सका है। गांव के लोगों का गुस्सा अब सातवे आसमान पर है।
गांव के लोगों का कहना है कि यदि उनकी मुलभुत समस्याओ का हल जल्द न।किया गया तो वे आगामी विधानसभा चुनावो का बहिष्कार करेंगे व किसी भी नेता को यहां घुसने नहीं देंगे।
गौरतलब है की हिमाचल प्रदेश में प्रवेश करने के बाद आने वाली पहली पंचायत टकसाल के गांव टीपरा के बाशिंदे अभी भी अपनी जरुरतो के लिए तरस रहे है। मूलभूत सुविधाए देना तो दूर की बात यहां तो उलटे लोगो के लिए और परेशानियां खड़ी की जा रही है।गांव को सीवरेज की सुविधा देना तो दूर की बात यहां एक जगह सीवरेज की बड़ी पाइप खुली छोड़ दी गई है, जिस से एक घर के लोगो व गुजरते राहगीरों को खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। निर्माण कंपनियों के लिए यह गांव डंपिंग जोन बन कर रह गया है।वह जब चाहे यहाँ आकर मिटटी फैंक जाते है। इस से कुछ घर प्रभावित हुए है व एक प्राकृतिक कुएँ को भी मिट्टी डालकर खराब किया जा चुका है। प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री का यह अपना विधानसभा क्षेत्र है लेकिन वे यहां एक डिस्पेंसरी तक नहीं खुलवा पाए है। गांव वासियों ने बताया कि स्वास्थ्य मंत्री पिछले विधानसभा चुनावो के दौरान वोट मांगने यहां आए थे। उन्होंने विश्वास दिलाया था की एक साल के अन्दर यहां की सभी समस्याओ का निपटारा कर दिया जाएगा,लेकिन समस्याए दूर होना तो दूर की बात उन्होंने तो पिछले साढ़े चार वर्षो से टीपरा के लोगो का हाल तक नहीं पूछा है। गाँववासियों का कहना है की यदि आने वाले विधानसभा चुनावो से पहले उनकी समस्याओ का हल नहीं होता है तो चुनावो का बहिष्कार किया जाएगा।
इस बारे टकसाल पंचायत की प्रधान संतोष कुमारी ने कहा है की अपने कार्यकाल के दौरान उन्होंने टिपरा की समस्याओं को दूर करने का प्रयास किया है। वहां कुछ समस्या रेलवे की भूमि होने के कारण भी रुकी हुई है जिसका समाधान करने में स्वास्थ्य मंत्री डॉ राजीव सैजल पंचायत का सहयोग कर रहे है।