आवाज़ ए हिमाचल
दीपक गुप्ता, शाहपुर। टूरिज़्म प्रोफेसनल मोरछ निवासी तरसेम जरयाल ने अपनी धर्मपत्नी दर्शना जरियाल के साथ शादी की 6वीं सालगिरह पर पौधा रोपण किया। वे अपनी शादी की हर सालगिरह के उपलक्ष पर पौधा रोपित कर सालगिरह मनाते हैं। पहले लगाए हुए पौधों की निराई भी करते हैं। इनमें से कुछ फलदार पौधों की बढ़ोतरी भी हो गई हैं, जिसमें कुछ मोसमी के पौधे फल देने वाले भी हो गए हैं, इसके अलावा कुछ देवदार सहित अन्य किस्म के पौधे उनके द्वारा लगाए गए हैं। उन्होंने कहा कि हमने सकंल्प लिया है कि जीवन भर पेड़-पौधों की सेवा करते रहेंगे। उन्होंने कहा कि पौधा पालने से हमें प्रकृति का आशीर्वाद मिलता है। इससे जीवन में वास्तविक खुशी आती है।
तरसेम जरयाल ने कहा कि धरती पर निवास करने वाले प्रत्येक जीव के लिए पौधे जीवनदायी महत्व रखते हैं। बढ़ते प्रदूषण और ग्लोबल वार्मिग जैसी समस्याओं से निपटने के लिए पेड़-पौधे ही सबसे मजबूत ढाल हैं। हर व्यक्ति को चाहिए कि वह कम से कम एक पौधा जरूर रोपित करे और दूसरों को भी पौधरोपण करने के लिए प्रेरित भी करे। पौधे लगाने के साथ-साथ लगाए हुए पौधों की संभाल भी जरूर करे। हमें अपने जीवन के खुशी के मौकों पर तो पौधारोपण करना ही चाहिए साथ ही साथ पौधारोपण को अपनी आदत बनाना चाहिए तभी पर्यावरण सरंक्षण हो पाएगा।