कुल्लू, 14 जुलाई। हिमाचल प्रदेश में हो रही बारिश की वजह से कई जगह भूस्खलन की घटनाएं हुई हैं। भूस्खलन की चपेट में आने से दो वाहन भी क्षतिग्रस्त हो गए हैं। श्रीखंड यात्रा मार्ग के पड़ाव भीमड़बार में बुधवार रात्रि भारी बारिश के चलते नाले का पानी एकाएक बढ़ गया, जिससे कुर्पन नदी का जलस्तर बढऩे से नदी ने बाढ़ का रौद्र रूप धारण कर लिया।
डीएसपी आनी रविंद्र नेगी ने बताया कि नाले में मलबा आने और भूस्खलन होने से सडक़ मार्ग में श्रद्धालुओं व स्थानीय लोगों की खड़ी कई गाडिय़ों को भारी क्षति पहुंची है। घटना के चलते श्रीखंड यात्रा को फिलहाल प्रशासन द्वारा अस्थायी तौर पर बंद कर दिया गया है।
डीएसपी ने बताया कि प्राकृतिक आपदा से हुई क्षति का जायजा लेने के लिए पुलिस प्रशासन की टीम मौके पर पहुंच चुकी है और राहत एवं बचाव कार्य के लिए रेस्क्यू टीम भी घटनास्थल के लिए रवाना हो गई है।
वहीं, प्रदेश में जारी बारिश से बुधवार को दो नेशनल हाईवे समेत सात सड़कें वाहनों की आवाजाही के लिए ठप रहीं। 13 घर और 11 गोशालाएं भूस्खलन होने से क्षतिग्रस्त हुए हैं। प्रदेश भर में छह बिजली ट्रांसफार्मर और तीन पेयजल योजनाएं प्रभावित हुई हैं। कांगड़ा जिला में मंगलवार रात और बुधवार को झमाझम बादल बरसे।
मनाली बस स्टैंड पर खड़ी बसों में मलबा घुस गया। प्रदेश में बरसात से अभी तक 16,505 लाख रुपये का नुकसान हुआ है। सूबे में गुरुवार को भी भारी बारिश का येलो अलर्ट जारी हुआ है। पर्यटन नगरी मनाली में भारी बारिश से वोल्वो बस स्टैंड में नाले का जलस्तर बढ़ने से पानी घुस गया।
मनाली शहर के बीच से बहने वाले नाले का बहाव सड़क से होकर बस स्टैंड तक पहुंच गया। पानी का बहाव इतना तेज था कि पानी बसों के भीतर घुस गया। इससे निगम की बसों को काफी नुकसान हुआ है। वहीं, मनाली-लेह मार्ग साउथ पोर्टल के समीप बारिश के कारण हुए भूस्खलन से घंटों बंद रहा। मंगलवार रात को हुई घटना के बाद मनाली-लेह मार्ग बुधवार सुबह करीब 9:00 बजे तक यातायात के लिए बंद रहा। सड़क मार्ग पर पेड़, मलबा और पत्थर गिरने से वाहन आगे नहीं जा सके।