आवाज ए हिमाचल
2 जनवरी। पुलिस महानिदेशक संजय कुंडू ने कहा कि राज्य में कानून व्यवस्था सहित अवैध खनन और नशे के कारोबार पर लगाम लगाने के लिए पुलिस विभाग सीसीटीवी कैमरों की संख्या को करीब 70 हजार तक पहुंचाएगी। इसके अलावा प्रदेश के प्रमुख स्थलों सहित मुख्य शक्तिपीठों की सुरक्षा के लिए ड्रोन की व्यवस्था भी की जाएगी। उन्होंने कहा कि तिरुपति मंदिर की तर्ज पर प्रदेश के मंदिरों में ड्रोन की व्यवस्था होगी। यानी अब हिमाचल में ड्रोन से पेट्रोलिंग की जाएगी। शुक्रवार को अपने धर्मशाला दौरे के दौरान पुलिस महानिदेशक संजय कुंडू ने पत्रकार वार्ता में यह जानकारी दी। उन्होंने कहा कि कालका-शिमला हाइवे में टै्रफिक सहित अन्य व्यवस्थाओं को लेकर भी ड्रोन कैमरे की व्यवस्था की जाएगी। अगले साल हर जिला में ड्रोन की व्यवस्था होगी। हिमाचल में वर्तमान में 19 हजार सीसीटीवी कैमरे हैं।
सुरक्षा व्यवस्था और मजबूत करने के लिए इनकी संख्या को करीब 70 हजार किया जाएगा। डीजीपी ने कहा कि हिमाचल में पुलिस विभाग ऐसा विभाग बन गया है, जिसमें हर तरह का रिकॉर्ड ऑनलाइन कर दिया गया है। पुलिस विभाग ने दुष्कर्म को लेकर 26 नंबर रजिस्टर शुरू किया है। हर सप्ताह इसका आकलन होता है। वहीं, पुलिस विभाग अब 24 घंटे में पासपोर्ट वेरिफिकेशन कर रहा है। उन्होंने कहा कि हर सप्ताह 700 से 800 पासपोर्ट वेरिफिकेशन के लिए विभाग के पास आते हैं। पहले इसके लिए 11 दिन का समय था, जिसे अब हमने 24 घंटे कर दिया है। उन्होंने कहा कि इस मामले में हिमाचल पुलिस पूरे देश में पहले स्थान पर है। आंध्र प्रदेश में अभी भी पासपोर्ट वेरिफिकेशन के लिए पांच दिन लगते हैं। नियमों में 15 दिन का समय होता है। इस समय हमारे पास पासपोर्ट वेरिफिकेशन की कोई भी मामला पेंडिंग नहीं है। डीजीपी ने कहा कि कोरोना काल के चलते अभी तक 1874 पुलिस जवान संक्रमित हो चुके हैं। इनमें चार की मौत हुई है। इस सप्ताह पुलिस ने 42296 चालान किए और 212.71 लाख रुपए जुर्माना वसूला। नशे का कारोबार रोकना पुलिस के लिए प्राथमिक कार्य है।