आवाज़ ए हिमाचल
16 अप्रैल। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने कहा कि कोरोना के इलाज में कारगर दवा रेमेडिसविर बनाने वाली कंपनियों को उत्पादन में तेजी लाने के लिए कहा गया है। मैं आपको विश्वास दिलाता हूं कि दवा और अन्य चीजों की कालाबाजारी करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। डॉ. हर्षवर्धन ने शुक्रवार को एम्स के ट्रॉमा सेंटर का दौरा कर स्वास्थ्य सुविधाओं का जायजा लिया। ज्ञात हो कि कोरेाना के मरीजों की संख्या बढ़ने पर देश भर में रेमेडिसविर इंजेक्शन की मांग बढ़ गई है, इस कारण कई जगहों पर जमाखोरी और कालाबाजारी की शिकायत मिल रही है।
उन्होंने कहा कि देशभर में मामलों की संख्या बढ़ रही है। मैं अस्पतालों में जाकर डॉक्टरों से बात करके ये जानने की कोशिश कर रहा हूं कि हमें और क्या तैयारियां करने की जरूरत है। स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि एम्स ट्रॉमा सेंटर में कोविड बेड की संख्या लगभग 266 है इसमें से 253 बेड पर मरीज़ हैं। हमने यहां 70 और बेड बढ़ाने का निर्णय लिया है। झज्जर में नेशनल कैंसर इंस्टीट्यूट में कोविड के लिए 500 बेड हैं, वहां पर भी हमने 100 और बेड बढ़ाने का निर्णय लिया है।
उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार के पास वेंटिलेटर हैं लेकिन अभी कोई राज्य सरकार हमसे वेंटिलेटर नहीं मांग रही है। बहुत सारी राज्य सरकारों को हमने जो वेंटिलेटर दिए हैं वो अभी उन सबका भी इस्तेमाल नहीं कर पाई हैं, उनके पास वेंटिलेटर लगाने का स्थान नहीं है। किसी चीज की कोई कमी नहीं है, अनुभव भी पर्याप्त हो गया है, सामान भी पर्याप्त है और टेस्टिंग की सुविधा भी पर्याप्त है।
स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि 2021 में 2020 के मुकाबले भले ही मामलों की संख्या बढ़ रही है, उसकी गति तेज है। लेकिन 2021 में आपके(डॉक्टरों) पास कई सौ गुना ज्यादा अनुभव है और हम बीमारी की गंभीरता को अच्छी तरह समझ चुके हैं। हमारे पास आज पहले के मुकाबले ज्यादा आत्मविश्वास है।