आवाज़ ए हिमाचल
गोपालदत्त शर्मा ( राजगढ़ )
11 अक्तूबर। क्षेत्र के प्रसिद्ध आराध्य देव शिरगुल महाराज की तपो स्थली चूडधार के लिए लगभग डेढ़ करोड़ रुपए की लागत से बनने जा रहे नोहराधार चूड़धार ट्रेक रूट निर्माण पर भारी अनियमितताएं सामने आई है । ट्रेक रूट निर्माण पर घटिया सामग्री का इस्तेमाल किया जा रहा है आलम यह है कि निर्माण कार्य के दौरान ही तैयार किया गया रास्ता उखड़ रहा है जिससे साफ जाहिर हो रहा है कि किस तरीके से यहां निर्माण कार्य के नाम पर लीपापोती की जा रही है। ट्रेक रुट के निर्माण कार्य को लेकर लोगों द्वारा घटिया सामग्री इस्तेमाल के आरोप लगाए जा रहे थे। जिसके बाद चूड़ेश्वर सेवा समिति की एक टीम ने मौके का निरीक्षण किया तथा पाया कि,
यहां पर निर्माण कार्य में घटिया सामग्री का इस्तेमाल किया जा रहा है । यहां रेत व बजरी की गुणवत्ता को दरकिनार कर मिट्टीनुमा रेत बजरी का इस्तेमाल किया जा रहा है। चूड़ेश्वर सेवा समिति का आरोप है कि ठेकेदार द्वारा यहाँ मनमर्जी से कार्य किया जा रहा है इस कार्य मे सीधे तौर पर ठेकेदार व विभाग की मिलिभक्त नजर रही है। समिति ने मांग की है कि विभाग के अधिकारी मौके पर जाकर कार्य का निरिक्षण किया जाए। इस बाबत कमेटी के सदस्य शीघ्र ही मुख्यमंत्री से मिलेंगे व कार्य की वास्तविकता से मुख्यमंत्री को भी अवगत करवाएंगे बताएंगे। यहा काबिले जिक्र है,
शिरगुल महाराज के दर्शन के लिए हर साल हजारों श्रद्धालु चूड़धार इसी रास्ते से जाते है। लंबे समय से इस ट्रक रूट के निर्माण की मांग श्रद्धालुओं द्वारा उठाई जा रही थी मगर जिस तरीके से यहां ट्रेकरूट का निर्माण हो रहा है कहीं ना कहीं यहां श्रद्धालुओ को भी यहाँ निराशा हाथ लग रही है। निश्चित तौर पर यह मामला जांच का विषय देखना यह होगा कि चूड़ेश्वर सेवा समिति द्वारा मामला उठाए जाने के बाद क्या कार्रवाई अमल में लाई जाती है। लोक निर्माण संगडाह के अधिशासी अभियंता आर के शर्मा के अनुसार विभागीय अधिकारी मौका पर जाकर कार्य का निरिक्षक करेगे उसके बाद ही आगामी कार्य होगा ।