आवाज ए हिमाचल
स्वर्ण राणा, नूरपुर। डीजीपी संजय कुंडू ने आज पुलिस जिला नूरपुर का दौरा किया। अपने दौरे के दौरान उन्होंने जिला पुलिस मुख्यालय में पत्रकार वार्ता को संबोधित किया।उन्होंने कहा कि नूरपुर क्षेत्र पंजाब के साथ सटा हुआ क्षेत्र है जहां नशे का कारोबार और अबैध खनन का बहुत ज्यादा बोलबाला है।इसी को मध्यनजर रखते हुए सरकार ने जहां पुलिस जिला खोला था।उन्होंने कहा कि जिला बनने के बाद पुलिस ने पिछले कार्यकाल की बजाए ज्यादा मामले दर्ज किए है लेकिन वो उससे संतुष्ट नहीं है और एसपी को निर्देश दिया है कि और बेहतर कार्य करते हुए नशा और अबैध खनन के ज्यादा मामलों पर कार्रवाई करे।
उन्होंने कहा कि थाना ज्वाली में नियुक्त एसएचओ का कार्य बिल्कुल असन्तोषजनक था जिस कारण उन्हें वहां से हटाकर बटालियन भेजा गया है और अब ज्वाली में किसी तजतर्रार एसएचओ की नियुक्ति की जाएगी।
संजय कुंडू ने कहा कि नूरपुर क्षेत्र में पंजाब की तरफ से नशे का कारोबार होता है इसलिए सरकार से उन्होंने आग्रह किया है कि पंजाब की तर्ज पर नूरपुर और बद्दी में नरोकोटिक्स थाने खोले जाएं।उन्होंने कहा कि अमूमन थाने में एक गाड़ी और एक मोटरसाइकिल दिया जाता है लेकिन नूरपुर क्षेत्र अबैध खनन और नशे का गढ़ है जहाँ कई सारे रास्ते है जो तस्करों को भागने में मदद करते है ऐसे में उन्होंने सरकार से थानों और पुलिस चौकियों में वाहनों की संख्या बढ़ाने का आग्रह किया है।
डीजीपी ने कहा कि जब कभी ड्रग्स तस्करों पर पंजाब से कार्रवाई की जाती है तो तस्कर हिमाचल की सीमा में और जब हिमाचल पुलिस द्वारा कार्रवाई अमल में लाई जाती है तो यही तस्कर पंजाब सीमा में भाग जाते है।ऐसे में उन्होंने डीजीपी पंजाब से 23 फरवरी को चर्चा की थी कि बहुत जल्द पंजाब और हिमाचल पुलिस एक जॉइंट ऑपरेशन अमल में लाई लाएगी जिससे इस सारे क्षेत्र को क्लीन आउट किया जाएगा।उन्होंने कहा कि इस ऑपरेशन में डीजीपी पंजाब के साथ वो स्वयम भी शामिल होंगे।उन्होंने कहा कि नशा तस्करो की कमर तोड़ने के लिए पुलिस पूरी तरह दृढ़ संकल्प है और इसके लिए उन्होंने एसपी नूरपुर को आदेश दिया है कि वो इन तस्करो पर पुलिस कार्रवाई के साथ इनके मामले ईडी और स्पेशल इन्वेस्टिगेशन में दे ताकि चारों तरफ की कार्रवाई से इनकी कमर तोड़ी जा सके।