आवाज ए हिमाचल
शिमला। प्रदेश भर के सस्ते राशन के डिपुओं में मिलने वाला सरसों तेल एक बार फिर महंगा हो गया है। राशनकार्ड धारकों को इस बार तेल पर पांच से दस रुपए अतिरिक्त खर्च करने होंगे, जिसका सीधा असर प्रदेश के साढ़े 19 लाख राशनकार्ड धारकों पर पड़ेगा। क्योंकि तेल के दाम खुले बाजार में मिलने वाले तेल के आसपास पहुंच गए हैं। ऐसे में लोगों की रसोई का तडक़ा दिन-प्रतिदिन महंगा होता जा रहा है। लोग भी सस्ते राशन की दुकानों में आए दिन महंगे हो रहे राशन से खासे परेशान हैं।
बता दें कि सस्ते राशन के डिपुओं में मस्टर्ड ऑयल के दाम एक बार फिर बढ़ गए हैं। डिपो संचालकों की मानें तो डिपुओं में एनएफएसए राशन कार्ड धारकों को सरसों तेल के प्रति पैकेट पर 132 रुपए की बजाए 142 रुपए और एपीएल राशनकार्ड धारकों को 142 रुपए की बजाए 147 रुपए चुकाने पड़ रहे हैं, जिसका सीधा असर प्रदेश के सात लाख 20 हजार 517 एनएफएसए राशनकार्ड धारकों और 11 लाख 28 हजार 351 एपीएल राशनकार्ड धारकों पर पड़ रहा है। यानी कि प्रदेश के करीब साढ़े 70 लाख लोगों को महंगाई की मार झेलनी पड़ेगी।
प्रदेश सरकार डिपुओं में एक व दो सदस्यों वाले राशनकार्ड धारकों को रिफाइंड तेल और तीन व तीन से ऊपर सदस्य वाले राशनकार्ड धारकों को सरसों तेल प्रति कार्ड मुहैया करवा रहा है।