आवाज़ ए हिमाचल
शिमला। भंग हो चुके हमीरपुर कर्मचारी चयन आयोग द्वारा आयोजित की गई ट्रैफिक इंस्पेक्टर की परीक्षा में पेपर लीक का प्रमाण मिलने के बाद विजिलेंस ने एक और एफआईआर दर्ज कर ली है। कर्मचारी चयन आयोग द्वारा आयोजित की गई पोस्ट कोड 819 ट्रैफिक इंस्पेक्टर की परीक्षा में रिजल्ट निकल चुका है और चयनित छह लोग ज्वाइन भी कर गए हैं। पेपर लीक के मामले में यह पांचवीं एफआईआर है। विजिलेंस की जांच में खुलासा हुआ है कि परीक्षा के सात दिन बाद ही अभ्यर्थी और आरोपियों के बीच लेन-देन हुआ। विजिलेंस की जांच में दस हजार रुपए की मनी ट्रेल मिली है। विजिलेंस ने ट्रैफिक इंस्पेक्टर की परीक्षा मामले में मुख्य आरोपी उमा आजाद सहित चार लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है। कर्मचारी चयन आयोग द्वारा आयोजित की गई ट्रैफिक इंस्पेक्टर की परीक्षा मामले में विजिलेंस थाना हमीरपुर में आयोग की पूर्व वरिष्ठ सहायक उमा आजाद, बेटे निखिल आजाद, नितिन और रवि कुमार के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है। गौर हो कि ट्रैफिक इंस्पेक्टर के छह पदों के लिए 35053 लोगों ने आवेदन किया था। 28 जनवरी, 2022 को इस परीक्षा का परिणाम घोषित किया गया था, जिसमें छह लोगों को चयनित किया गया।
गौर हो कि इससे पहले आरोपी महिला कर्मचारी के घर से विजिलेंस को कुछ परीक्षाओं के प्रश्न पत्र मिले थे। पेपर लीक मामले में विजिलेंस ने अब तक पांच अलग-अलग एफआईआर दर्ज की हैं। इसके अलावा आठ आरोपियों के खिलाफ पहली चार्जशीट भी दायर कर दी है। उधर एडीजीपी विजिलेंस सतवंत अटवाल त्रिवेदी का कहना है कि ट्रैफिक इंस्पेक्टर की परीक्षा मामले में विजिलेंस को 10 हजार की मनी ट्रेल मिली है। विजिलेंस ने ट्रैफिक इंस्पेक्टर की परीक्षा मामले में केस दर्ज कर लिया है। एडीजीपी ने बताया कि ट्रैफिक इंस्पेक्टर की परीक्षा से संबंधित चल रही पूछताछ के दौरान, एसआईटी को कई आपत्तिजनक साक्ष्य भी मिले हैं। एसआईटी ने आयोग की पूर्व वरिष्ठ सहायक उमा आजाद, बेटे निखिल आजाद, नितिन और रवि कुमार के खिलाफ 420, 201, 120 बी आईपीसी और 7, 7ए, 8,12 पीसी एक्ट के तहत एफआईआर दर्ज कर आगामी कार्रवाई शुरू कर दी है।