आवाज़ ए हिमाचल
27 सितम्बर। हिमाचल प्रदेश के उद्यमियों ने जीएसटी काउंसिल के गत्ता उद्योग पर टैक्स बढ़ाने के प्रस्ताव पर नाराजगी जताई है। टैक्स बढऩे से इंडस्ट्री पर अतिरिक्त बोझ पड़ेगा। प्रदेश कोरोगेटेड बॉक्स मैन्युफेक्चर एसोसिएशन के प्रांतीय अध्यक्ष डा. सुरेंद्र जैन के अनुसार इस बार जीएसटी काउंसिल ने गत्ता उद्योग पर 12 फीसदी की जगह 18 प्रतिशत टैक्स लगाने का प्रस्ताव रखा है,
जो 1 अक्तूबर से लागू हो जाएगा। इससे गत्ता उद्योग इंडस्ट्री पर छह फीसदी का बोझ और बढ़ जाएगा। पहले ही गत्ता व पैकिंग उद्योग काम की कमी और पेपर क्राफ्ट के रेट में लगातार वृद्धि के कारण नुकसान में चल रहा है। अब इस नए प्रस्ताव से पैकिंग बाक्स इंडस्ट्री बंद होने के कगार पर आ जाएगी।