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श्रीनगर। कश्मीर घाटी के पत्रकारों को आतंकवादी संगठन द रेजिस्टेंस फ्रंट (टीआरएफ) द्वारा दी गई धमकी के बाद पुलिस ने मामले की जांच तेज कर दी है। पत्रकारों की सुरक्षा बढ़ा दी है। टीआरएफ से जुड़े 12 लोगों को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया है। पुलिस के अनुसार, इस सबके पीछे पाकिस्तान में बैठे टीआरएफ कमांडर सज्जाद गुल का नाम सामने आ रहा है।
उधर धमकी मिलने के बाद पत्रकारों में दहशत का माहौल है। जिनके नाम टीआरएफ द्वारा जारी की गई सूची में है, उन्हें जान की चिंता सता रही है। करीब पांच स्थानीय पत्रकारों ने अपना इस्तीफा सोशल मीडिया पर पोस्ट कर दिया है। ये पत्रकार तीन मीडिया समूहों के हैं। कुछ ने अपने आपको घरों में कैद कर लिया है। बाहर नहीं निकल रहे हैं। कुछ एक ऐसे भी हैं जो कुछ समय के लिए घाटी छोड़कर चले गए हैं।
पुलिस के एक अधिकारी ने कहा कि धमकी भरे पोस्ट की भाषा आतंकवादियों और राष्ट्र-विरोधी तत्वों के इरादे को दर्शाती है। इस्तीफा देने वालों में शामिल एक पत्रकार ने नाम न जाहिर करने की शर्त पर कहा कि उन पर सेना की कहानी को प्रचारित करने का आरोप लगाया गया है। उन्होंने कहा, मैं इस हालत में नहीं कि आपसे बात कर सकूं, आप समझ सकते हो कि मैं किस स्थिति से गुजर रहा हूं।
श्रीनगर के एसएसपी राकेश बलवाल के अनुसार, इस मामले में जम्मू-कश्मीर पुलिस ने प्राथमिकी दर्ज कर ली है। मामले की जांच जारी है। यह सूची यहां नहीं छपी है। पाकिस्तान में बैठा सज्जाद गुल इसे जारी कर रहा है।
बता दें कि राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने द रेजिस्टेंस फ्रंट के चार कमांडरों पर 10 लाख रुपये के इनाम की घोषणा की है, जिनमें श्रीनगर के बेमिना इलाके का रहने वाला आतंकी कमांडर सज्जाद गुल उर्फ शेख सैजाद भी शामिल है। सज्जाद गुल पर जम्मू-कश्मीर और भारत के अन्य हिस्सों में हिंसक गतिविधियों को अंजाम देने के लिए युवाओं को सक्रिय रूप से कट्टरपंथी बनाने और उन्हें गुमराह कर आतंकवादी संगठन में भर्ती करने का आरोप है।
एसएसपी ने बतयाा कि पत्रकारों की सुरक्षा बढ़ा दी गई है और उनका जो आने जाने का रूट है, उसे सुरक्षित कर दिया है। हम इनका पूरा ख्याल रखेंगे। उन्होंने कहा कि हमने इस मामले में टीआरएफ से जुड़े करीब 12 लोगों को उठाया है, लेकिन अभी औपचारिक गिरफ्तारी नहीं हुई है। पूछताछ की जा रही है।
पत्रकारों में दहशत का माहौल
उधर, पत्रकारों का कहना है कि जिस तरह से टीआरएफ ने पत्रकारों को धमकी देना शुरू किया है, वह काफी डरावना है। जिस तरह से जारी की गई सूची में अंत में लिखा था कि और भी नाम जारी किए जाएंगे, उससे एक भय का माहौल है। कश्मीर में स्थित पत्रकारों को सीधे धमकी भरे पत्र के ऑनलाइन प्रकाशन और प्रसार के लिए आतंकी संगठन लश्कर और उसके सहयोगी टीआरएफ के हैंडलरों, सक्रिय आतंकवादियों और ओजीडब्ल्यू के खिलाफ शेरगढ़ी पुलिस स्टेशन में मामला दर्ज किया गया है।