आवाज़ ए हिमाचल
07 अक्तूबर। जुब्बल कोटखाई विधानसभा क्षेत्र से भाजपा के पूर्व विधायक नरेंद्र बरागटा के बेटे चेतन को भाजपा टिकट नहीं मिला तो वह मंच पर फूट-फूट कर रो पड़े । उनका कहना है कि उन्हें मलाल इस बात का है कि भाजपा के प्रदेश नेताओं के कहने पर ही वह फील्ड में उतरे थे परंतु इन वक्त पर उन्हें टिकट से दूर कर दिया । उनका कहना है कि पिता का देहांत के बाद वह अस्थियां विसृजत करके घर पहुंचा तो प्रदेश भाजपा के शीर्ष नेतृत्व ने मुझे फील्ड मे जाने के आदेश दिए।
मुझसे कहा गया कि आप ही भाजपा का चेहरा होंगे। मैं बीते तीन माह से जनता के बीच जा रहा हूं। आज भाजपा संगठन ने मुझे परिवार वाद की उपज कहकर बाहर का रास्ता दिखाया है। उन्होंने गुम्मा की जनसभा में यह बातें कहीं। इस दौरान चेतन बरागटा फूट-फूटकर रोने लगे। बरागटा ने कहा कि मैंने 15 वर्ष संगठन के लिए राष्ट्रीय स्तर से प्रदेश स्तर तक कार्य किया। जब पिता पीजीआई में अंतिम सांसें गिन रहे थे। मैं उस समय उनके साथ रहकर भी संगठन का कार्य कर रहा था।
आज मुझे उसका इनाम पार्टी ने दिया है। जुब्बल नावर कोटखाई के आम कार्यकर्ता को टिकट देते तो अफसोस नहीं होता। आज पार्टी ने ऐसे प्रत्याशी को टिकट दिया है जो 15 वर्षों से भाजपा मंडल में नहीं है। जिसने हमेशा पार्टी को कमजोर करने का प्रयास किया। उन्होंने कहा कि अगर क्षेत्र की जनता बोलेगी की हमारा नेतृत्व करो। तो मैं जनता के लिए किसी भी हद तक जाने के लिए तैयार हूं।