आवाज़ ए हिमाचल
14 अप्रैल। आखिरकार देश भर से हो रही मांग को देखते हुए सीबीएसई बोर्ड की सेकेंड्री (10वीं) की परीक्षाओं को रद्द कर दिया है और सीनियर सेकेंड्री (12वीं) की परीक्षाओं को फिलहाल कोविड-19 की स्थिति को देखते हुए स्थगित कर दिया गया है। सरकार द्वारा यह फैसला प्रधानमंत्री मोदी की केंद्रीय शिक्षा मंत्री डॉ. रमेश पोखरियाल ‘निशंक’, शिक्षा सचिव और सीबीएसई बोर्ड के अधिकारियों के साथ आज, 14 अप्रैल 2021 को बुलायी गयी एक बैठक लिया गया। बता दें कि कोविड-19 महामारी के लगातार बढ़ रहे मामलों के बीच देश भर के स्टूडेंट्स पैरेट्स और टीचर्स के साथ- साथ विभिन्न राज्यों के मुख्यमंत्री, कई नेताओं और जन-प्रतिनिधियों द्वारा सीबीएसई बोर्ड की 10वीं और 12वीं की बोर्ड परीक्षाओं को स्थगित या रद्द किये जाने की मांग की जा रही थी।
सीबीएसई बोर्ड 12वीं की परीक्षाओं के लिए नई डेट शीट जल्द
पीएम मोदी के साथ हुई बैठक के बारे में अपडेट देत हुए शिक्षा मंत्री ने जानकारी दी कि सीबीएसई बोर्ड की 12वीं की परीक्षाएं, जो कि 4 मई से 14 जून तक आयोजित होनी थीं, को फिलहाल टाल दिया गया है। इन परीक्षाओं के लिए नई डेटशीट बाद में जारी की जाएगी। हालांकि, इन परीक्षाओं के आयोजन के लिए स्थिति का मूल्यांकन 1 जून 2021 को किया जाएगा। साथ ही, परीक्षार्थियों को तैयारी के लिए कम से कम 15 दिन का समय दिया जाएगा।
सीबीएसई बोर्ड 10वीं के छात्रों को इंटर्नल एसेसमेंट से मिलेंगे मार्क्स
प्रधानमंत्री के साथ आज हुई बैठक में सीबीएसई बोर्ड की 10वीं परीक्षाओं को रद्द किये जाने के साथ ही स्टूडेंट्स का मूल्यांकन इंटर्नल एसेसमेंट के आधार पर किये जाने का निर्णय लिया गया है। हालांकि, इन स्टूडेंट्स को सरकार ने यह सुविधा दी है कि बाद में उपयुक्त समय पर 10वीं की बोर्ड परीक्षाएं आयोजित किये जाने पर उसमें सम्मिलित होने का अवसर दिया जाएगा।
स्थगित / रद्द करने की थी मांग
पूरे देश में फिर से बढ़ रहे कोरोना महामारी के संक्रमण के मामलों और रोकथाम के लिए विभिन्न राज्यों में लगाये जा रहे प्रतिबंधों को देखते हुए सीबीएसई बोर्ड की परीक्षाओं को स्थगित या रद्द किये जाने की मांग बढ़ती जा रही है। जहां एक ओर कुछ राज्यों ने 10वीं और 12वीं कक्षाओं की बोर्ड परीक्षाओं को स्थगित कर दिया है, वहीं दूसरी ओर उत्तर प्रदेश राज्य सरकार को इलाहाबाद उच्च न्यायालय द्वारा दो हफ्ते के पूर्ण लॉकडाउन के निर्देश मंगलवार को दिये गये हैं। इस क्रम में सीबीएसई बोर्ड परीक्षाओं की तैयारी कर रहे स्टूडेंट्स के साथ-साथ पैरेंट्स और टीचर्स द्वारा भी सीबीएसई की परीक्षाओं को रद्द किये जाने की मांग की जा रही है और मूल्यांकन के लिए वैकल्पिक मोड की मांग की जा रही थी।
विभिन्न राज्यों को मुख्यमंत्री कर चुके हैं मांग
सीबीएसई बोर्ड परीक्षाओं को रद्द किये जाने की मांग विभिन्न राज्यों के मुख्यमंत्री कर चुके हैं। महाराष्ट्र में 10वीं, 11वीं और 12वीं की बोर्ड परीक्षाओं के स्थगित किये जाने के बाद मुख्यमंत्री द्वारा सीबीएसई बोर्ड परीक्षाओं को भी स्थगित किये जाने की मांग पहले ही जा चुकी है। इसके बाद दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने भी मंगलवार को सीबीएसई बोर्ड परीक्षाओं को रद्द किये जाने और इंटर्नल एसेसमेंट या ऑनलाइन एग्जाम के माध्यन से मूल्यांकन करते हुए परिणाम घोषित करने की मांग की। इसी प्रकार, मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भी सीबीएसई बोर्ड परीक्षाओं को स्थगित करने की मांग केंद्र सरकार और सीबीएसई से की है। हालांकि, एमपी बोर्ड की 10वीं और 12वीं की परीक्षाओं को स्थगित किये जाने को लेकर फैसला किया जाना अभी बाकी है।
सीबीएसई बोर्ड परीक्षाएं: रद्द या स्थगित?
स्टूडेंट्स, पैरेंट्स और टीचर्स के साथ-साथ कई एग्जाम एक्सपर्ट्स, शिक्षाविदों द्वारा भी सीबीएसई बोर्ड परीक्षाओं को टालने या रद्द करने के सुझाव दिये जा रहे हैं। वहीं, केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय एवं सीबीएसई के सूत्रों से प्राप्त जानकारियों के आधार पर प्रकाशित विभिन्न मीडिया खबरों के मुताबिक सीबीएसई बोर्ड की परीक्षाओं को रद्द किये जाने की संभावना काफी कम है। हालांकि, मंत्रालय और बोर्ड द्वारा 10वीं और 12वीं की बोर्ड परीक्षाओं को स्थगित किये जाने पर विचार किया जा सकता है।