आवााज ए हिमाचल
विक्रम सिंह,धर्मशाला। डा. राजेंदर प्रसाद आयुर्वेदिक चिकित्सा महाविद्यालय टांडा अस्पताल में हो रहे डाक्टरों के तबादले से मरीजों के लिए मनोरोग विभाग की ओपीडी हुई बंद। मगंलवार को टांडा अस्पताल में इलाज के लिए पहुंचे मरीजों को डाक्टरों के हुए तबादलों के कारण बिना चैकअप करवाए ही लौटना पड़ा। टांडा अस्पताल के मनोरोग विभाग में डाक्टरों के तबादले के कारण मनोरोग विभाग को बंद कर दिया गया। टांडा अस्पताल में सोमवार देर सायं एक और मनोरोग विशेषज्ञ डाक्टर का तबादला हो गया। मनोरोग विभाग के एक डाक्टर को छोड़ कर सभी डाक्टरों के तबादले कर दिए गए हैं।
मनोरोग विभाग में मंगलवार को कोई भी डाक्टर मौजूद न होने के कारण मरीजों को भारी दिक्कते आई, जिसके कारण चेकअप के लिए आए मरीजों को अच्छी खासी परेशानियां झेलनी पड़ीं। दूरदराज के क्षेत्रों से आए मरीज मनोरोग विभाग के बंद होने के कारण अपना इलाज टांडा अस्पताल में नहीं करवा सके।
एक सप्ताह के अंदर ही टांडा अस्पताल के 33 के बाद अब 34 डाक्टरों के तबादले होने से टांडा अस्पताल के कुछ विभाग पूरी तरह से बंद हो गए जिसका खामियाजा गरीब मरीजों को भुगतना पड़ा एक ही विभाग के सभी डाक्टरों को स्थानांतरित करने के कारण विभाग में ताला जडऩा पड़ा। पहले से ही डाक्टरों की कमी से जूझ रहे टांडा अस्पताल के एक ही विभाग के सभी डाक्टरों को बदलना क्या जरूरी था।