आवाज़ ए हिमाचल
रांची। झारखंड के तीन कांग्रेसी विधायकों के कैश ट्रैप कांड में फंसने के बाद राज्य में राजनीतिक हडक़ंप मच गया है। पार्टी ने तत्काल प्रभाव से 48 लाख रुपए के साथ पकड़े गए अपने तीनों विधायकों इरफान अंसारी, राजेश कच्छप और नमन विक्सल कोंगाड़ी को निलंबित कर दिया है। वहीं, हावड़ा पुलिस ने तीनों ही विधायकों समेत पांच लोगों को गिरफ्तार कर लिया है। इस मामले की जांच सीआईडी को सौंपी गई है। अदालत ने तीनों विधायकों को 10 दिन की पुलिस हिरासत में भेजा है।
इसी बीच, झारखंड में कांग्रेस विधायक कुमार जयमंगल सिंह उर्फ अनूप सिंह ने तीनों विधायकों को लेकर लेटर बम फोड़ते हुए दावा किया है कि ये तीनों विधायक सरकार गिराने की साजिश में शामिल थे और इसमें असम के मुख्यमंत्री हेमंत बिस्वा सरमा के शामिल होने की बात भी लिखी है।
कुमार जयमंगल सिंह ने अपने पत्र में लिखा है कि इन तीनों विधायकों ने उन्हें मिलने के लिए कोलकाता बुलाया था। इसके बाद वे तीनों उन्हें लेकर गुवाहाटी जाना चाहते थे और वहां के मुख्यमंत्री हेमंत बिस्वा सरमा से मिलने की योजना थी। असम के मुख्यमंत्री ने इन लोगों से कुछ खास वादे किए थे। इसके मुताबिक झारखंड की कांग्रेस और झामुमो की सरकार गिराने की साजिश थी। इसके बाद बनने वाली नई सरकार में विधायकों को मंत्री पद और 10 करोड़ रुपए देने के लिए भी कहा गया था।
उन्होंने कहा कि इन विधायकों ने उन्हें भी फोन पर विधायक लाने का ऑफर दिया गया था। इसी मामले को लेकर बेरमो से कांग्रेस विधायक अनूप सिंह ने रांची के अरगोड़ा थाने में एक प्राथमिकी भी दर्ज कराई है। इसमें कहा गया है कि कांग्रेस के सभी विधायकों से भाजपा के नेता संपर्क कर रहे थे। कुछ विधायकों को ट्रैप करने की भी कोशिश की गई है।