आवाज़ ए हिमाचल
पंकज सोनी,ज्वालामुखी
27 दिसंबर।शक्तिपीठ ज्वालामुखी में बाहरी पंडितों व अनाधिकृत पुजारियों की बढ़ती हुई तादात को लेकर वंशानुगत पुजारी वर्ग ने भारी रोष जताते हुए उन पर कड़ी कार्रवाई की मांग की है। इस बाबत पुजारी वर्ग के पूर्व न्यास सदस्य हिमांशु भूषण दत्त की अगुवाई में पुजारियों ने एक शिकायत पत्र ज्वालामुखी मंदिर अधिकारी व तहसीलदार जगदीश शर्मा को सौंपा है।शिकायत पत्र में लिखा है कि मन्दिर में अवांछनीय लोग, छदम पुजारी व बाहरी पंडित कुछ समय से मन्दिर में अधिक सक्रिय हो गए हैं तथा यह न केवल सीधे-सीधे वंशानुगत पुजारियों के अधिकारों का हनन है अपितु इनके कारण मन्दिर के कोष को भी भारी क्षति पहुंचती है।
यह लोग पूरी प्रसाशनिक व्यवस्था को धत्ता बताकर सारा दिन मन्दिर में यात्रियों से पैसे ऐंठते हैं।हिमाचल प्रदेश हिन्दू पब्लिक रिलिजियस एक्ट 1984 के तहत केवल वंशानुगत पुजारी वर्ग ही मन्दिर में पूजा अर्चना हवन इत्यादि करवा सकता है और सदियों से ऐसा होता आ रहा है। अगर कोई व्यक्ति यह कहता है कि वे पूर्व मन्दिर कर्मचारी था और उसके अपने यात्री हैं तो यह सरासर गलत है।मन्दिर कर्मचारी होने से उसे अपने यात्री बनाने का अधिकार प्राप्त नही होता यह अधिकार सिर्फ वंशानुगत पुजारियों का ही है।
यह कुछ अवांछनीय लोग होटलों गेस्ट हाउसों में जाकर यात्रियों को बहला फुसला कर उन्हें अपना यात्री बनाकर दर्शनों का लालच देकर पैसे ऐंठने का कार्य कर रहे हैं।कुछ लोग पुजारी वेषभूषा में यात्रियों को दर्शन करवा रहे हैं और इससे पूर्व भी मन्दिर प्रसाशन को इन गतिविधियों से अवगत करवाया गया है।
अतः इन पर तुरंत कार्यवाही करते हुए अंकुश लगाया जाए तांकि मन्दिर की पवित्रता व अनुशासन कायम रहे।
मन्दिर परिसर में सुरक्षा व्यवस्था को सुचारू रखने के लिए गृह रक्षकों व अर्ध सैनिक बल के लोगों को प्रशासन द्वारा लिखित निर्देश पारित किए जाएं ताकि ऐसे लोगों व पंडितों पर लगाम लगाई जा सके। पूर्व न्यास सदस्य पुजारी हिमांशु भूषण दत्त ने मुख्यमंत्री से भी इन बाहरी पंडितों व अनधिकृत पुजारियों पर सख्त कार्रवाई करने की मांग की है ताकि वंशानुगत पुजारियों के हितों व अधिकारों की रक्षा की जा सके।
इसके अलावा पुजारी वर्ग मुख्यमंत्री, जिलाधीश, एसडीएम व भाषा एवं संस्कृति विभाग सह सचिव शिमला को भी इस बाबत प्रतिलिपि भेजेंगे।मन्दिर अधिकारी जगदीश शर्मा ने इस बाबत जानाकरी देते हुए बताया कि शिकायत पत्र आया है और कार्रवाई की जा रही है, चुनावों की व्यस्तता खत्म होते ही पक्का समाधान निकाला जाएगा और सभी गतिविधियों पर नजर रखी जा रही है।