आवाज ए हिमाचल
18 सितम्बर।राहुल ने कहा, ‘आइए जानते हैं कि मैं ज्ञानेश कुमार पर इतना सीधा आरोप क्यों लगा रहा हूं। कर्नाटक में इस मामले की जांच चल रही है। कर्नाटक की CID ने चुनाव आयोग को 18 महीनों में 18 पत्र भेजे हैं। उन्होंने चुनाव आयोग से कुछ बहुत ही सरल तथ्य मांगे हैं। पहला- हमें वह डेस्टिनेशन IP बताएं, जहाँ से ये फॉर्म भरे गए थे। दूसरा- हमें वह डिवाइस डेस्टिनेशन पोर्ट बताएं, जहां से ये आवेदन दाखिल किए गए थे। तीसरा- सबसे महत्वपूर्ण बात हमें OTP ट्रेल्स बताएं, क्योंकि जब आप आवेदन दाखिल करते हैं, तो आपको OTP प्राप्त करना होता है। 18 महीनों में 18 बार कर्नाटक की CID ने इसके लिए चुनाव आयोग को पत्र लिखा। वे इसे नहीं दे रहे हैं। वे इसे क्यों नहीं दे रहे हैं? क्योंकि इससे हमें पता चल जाएगा कि ऑपरेशन कहां किया जा रहा है। हम पूरी तरह से आश्वस्त हैं कि यह कहां जाएगा।राहुल गांधी ने कहा, ‘हमें चुनाव आयोग के अंदर से मदद मिलनी शुरू हो गई है। मैं स्पष्ट कर रहा हूं कि अब हमें चुनाव आयोग के अंदर से जानकारी मिल रही है, और यह रुकने वाला नहीं है।’