आवाज़ ए हिमाचल
जतिन लटावा ( जोगिंद्रनगर )
17 दिसंबर। अनुसंधान संस्थान भारतीय चिकित्सा पद्धति एवं होम्योपैथी जोगिंदर नगर के द्रव्य गुण उत्कृष्टता केंद्र परियोजना योजना के अंतर्गत आयुर्वेदिक फार्मेसी महाविद्यालय जोगिंदर नगर के 30 प्रशिक्षु छात्रों के लिए छह दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का प्रारंभ हुआ। इस कार्यक्रम का शुभारंभ आयुर्वेद स्नातकोत्तर महाविद्यालय पपरोला के डीन एवं प्रिंसिपल प्रोफेसर विजय चौधरी द्वारा किया गया।
इस कार्यक्रम में विभिन्न विशेषज्ञों द्वारा औषधीय पौधों एवं चिकित्सा उपयोगी विषयों पर 6 दिन तक छात्रों का ज्ञान वर्धन किया जाएगा। संस्थान के प्रभारी एवं परियोजना अधिकारी उज्जवल दीप के अनुसार इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में विशेष रुप से औषधीय पौधों की पूर्ण जानकारी दी जा रही है। जिससे भविष्य में प्रशिक्षक छात्र निजी रूप से स्वरोजगार के लिए सक्षम हो सकेंगे। वह इस प्रकार की प्रशिक्षण योजनाएं आयुर्वेद विभाग में बहु उपयोगी हो सकेंगी।
न परियोजना के प्रधान अन्वेषक डॉ पंकज पालसरा ने कहा कि इस परियोजना के अंतर्गत समय-समय पर छात्रों के लिए ऐसे प्रशिक्षण कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा। उन्होंने कहा कि वर्तमान समय में आयुर्वेद की औषधियों की गुणवत्ता को बढ़ाने की अत्यंत आवश्यकता है इस कार्यक्रम में औषधीय पौधों के नाम रूप ज्ञान गुण धर्म व प्रयोग के विभिन्न पहलुओं से अवगत करवाया जाएगा।