जी-20 शिखर सम्मेलन: भारत की मेजबानी में हिमाचल के धर्मशाला में जुटेंगे 20 देश

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आवाज़ ए हिमाचल 

धर्मशाला, 19 मई। वर्ष 2023 में धर्मशाला में दुनिया भर के 20 देश उपस्थिति दर्ज करवाएंगे। ये देश भारत की मेजबानी में होने वाले जी-20 शिखर सम्मेलन के लिए धर्मशाला आएंगे। भारत एक दिसंबर, 2022 को इंडोनेशिया से जी-20 की अध्यक्षता ग्रहण करेगा।

धर्मशाला शहर को बैठक के लिए देश भर में चिह्नित किए गए 33 शहरों में शामिल किया गया है। जी-20 सम्मेलन की प्रस्तावित बैठक को लेकर जी-20 के लोजेस्टिक सलाहकार अशोक कुमार की अगुवाई में एक टीम ने धर्मशाला में शिखर सम्मेलन को लेकर उपलब्ध व्यवस्थाओं का जायजा तथा मूल्यांकन किया।

गौर रहे कि जी 20 विश्व की अग्रणी अर्थव्यवस्थाओं वाले देशों और यूरोपीय संघ को साथ लाता है। इसके सदस्य देशों को विश्व की कुल जीडीपी में 80 फीसदी योगदान है, जबकि विश्व व्यापार में इनका 75 फीसदी और विश्व की कुल आबादी में 60 फीसदी हिस्सेदारी है।

जानकारी के अनुसार वर्ष 2023 में भारत में प्रस्तावित जी-20 शिखर सम्मेलन की एक बैठक धर्मशाला में भी प्रस्तावित है। बुधवार को जी-20 के लोजेस्टिक सलाहकार अशोक कुमार की अगुवाई में एक टीम ने शिखर सम्मेलन की प्रस्तावित बैठक को लेकर व्यवस्थाओं का मूल्यांकन किया। साथ ही जिला प्रशासन के साथ भी एक बैठक की। उपायुक्त डॉ. निपुण जिंदल ने कहा कि जी-20 के प्रस्तावित बैठकों को लेकर देश के 33 शहरों सहित धर्मशाला को भी चिह्नित किया गया है। यहां बैठक को लेकर आवश्यक सुविधाओं की जांच के लिए जी-20 की एक टीम ने प्रवास किया है।

बैठक के आयोजन स्थल, ठहरने इत्यादि की व्यवस्थाओं के बारे में विस्तार से जानकारी ली। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार इस पर जल्द फैसला लेगी। उपायुक्त ने विदेश मंत्रालय की टीम को आश्वस्त किया कि धर्मशाला में सम्मेलन की बैठक के लिए जरूरी बिंदुओं को पूरा करने का हरसंभव प्रयास किया जाएगा। उपायुक्त ने कहा कि अगले साल सम्मेलन की मेजबानी भारत कर रहा है। शिखर सम्मेलन में 20 देशों के राष्ट्राध्यक्ष और अन्य प्रतिनिधि आएंगे। इस अवसर पर एडीसी गंधर्वा राठौढ़, एडीएम रोहित राठौर, एसडीएम शिल्पी बेक्टा सहित विभिन्न अधिकारी उपस्थित थे।

जी 20 में ये देश हैं शामिल
जी20 में अर्जेंटीना, ऑस्ट्रेलिया, ब्राजील, कनाडा, चीन, जर्मनी, फ्रांस, भारत, इंडोनेशिया, इटली, जापान, मैक्सिको, रूस, सऊदी अरब, दक्षिण अफ्रीका, दक्षिण कोरिया, तुर्की, यूनाइटेड किंगडम, संयुक्त राज्य अमेरिका और यूरोपीय संघ शामिल हैं।

 

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