आवाज ए हिमाचल
29 अप्रैल। हिमाचल प्रदेश इंटक के पूर्व राज्य अध्यक्ष व जिला कांगड़ा कांग्रेस कमेटी के जिला प्रवक्ता जगरूप सिंह ने आरोप लगाया कि हिमाचल पथ परिवहन निगम की दुर्गति के लिए सरकार जिम्मेदार है। वर्तमान में करोड़ों रुपये के घाटे में चल रहे परविहन निगम में प्रबंध निदेशक व मुख्य महाप्रबंधक के होने के बावजूद कार्यकारी निदेशक को बनाने की क्या आवश्कयता है।
कार्यकारी निदेशक को तैनात करने से निगम कर्मचारियों को लाखों रुपये के वेतनमान का ही चुना लग रहा है। अभी हालही में निगम कर्मचारियों को मार्च महीने का वेतन 28 अप्रैल को मिला है, जबकि इन दोनों अधिकारियों के सैर सपाटे के लिए घाटे में चल रहे निगम से करीब चालीस लाख रुपयों की दो गाड़ियां खरीद ली गई, जोकि निगम के लिए अति नुकसानदायक हैं। इसी तरह कोरोना काल में परिवहन मंत्री के होते हुए उपाध्यक्ष एचअारटी बनाने की क्या आवश्यकता । इससे भी निगम को लाखों रुपये का चूना लग रहा है।
कर्मचारी व पेंशनरों के वेतन को काटने का जताया विरोध
किन नियमों के तहत कर्मचारियों व सेवानिवृत्त कर्मचारियों का वेतन काटा जा रहा है। प्रदेश सरकार का दिवालिया निकल चुका है। कोरोना काल के दौरान विकट परिस्थितियों में कर्मचारियों के संगठनों के पदाधिकारियों से बिना सलाह मशवरा किए एक या दो दिनों का वेतन काटना नियमों के खिलाफ है। कांग्रेस पार्टी इसका भरपूर विरोध करती है।