आवाज़ ए हिमाचल
नई दिल्ली। कर्नाटक के शैक्षिणक संस्थानों में छात्रों के हिजाब विवाद मामले में जहा सुप्रीम कोर्ट के दो जजों में आपसी सहमति नहीं बन पाई वहीं अब सुप्रीम कोर्ट की बड़ी बेंच इस मामले में सुनवाई करेगी। दूसरी तरफ इस पूरे विवाद पर हरियाणा के मंत्री अनिल विज की प्रतिक्रिया सामने आई है उन्होंने ट्विट कर कहा कि जिन पुरुषों का महिलाओ को देखकर मन मचलता था उन्होंने ही महिलाओं को हिजाब डालने के लिए मजबूर किया। आवश्यकता तो अपने मन को मजबूत करने की थी परंतु सजा महिलाओं को दी गई उनको सिर से लेकर पांव तक डाक दिया। यह सरासर नाइंसाफी है। पुरुष अपना मन मजबूत करे और महिलाओ को हिजाब से मुक्ति दें।
जिन पुरुषों का महिलाओ को देखकर मन मचलता था उन्होंने ही महिलाओं को हिजाब डालने के लिए मजबूर किया । आवश्यकता तो अपने मन को मजबूत करने की थी परंतु सजा महिलाओं को दी गई उनको सिर से लेकर पांव तक डाक दिया। यह सरासर नाइंसाफी है । पुरुष अपना मन मजबूत करे और महिलाओ को हिजाब से मुक्ति दें
— ANIL VIJ MINISTER HARYANA (@anilvijminister) October 13, 2022
इससे पहले भी अनिल विज ने कहा था कि हिजाब का कोई विरोध नहीं है, लेकिन विद्यालयों और कॉलेजों में पोशाक संबंधी नियमों का पालन जरूर किया जाना चाहिए। विज ने कहा था कि यदि कोई छात्रा हिजाब पहनना चाहती है, तो उसपर मुझे कोई ऐतराज नहीं है, लेकिन वे स्कूल और कॉलेज जाना चाहती है तो उन्हें उन संस्थानों के पोशाक नियमों का पालन करना चाहिए।