आवाज़ ए हिमाचल
मनीष कोहली ( शाहपुर )
04 दिसंबर। जागोरी ग्रामीण जिला कांगड़ा में पिछले 18 वर्षों से न्याय समानता व समता के लिए प्रयासरत है। जागोरी ग्रामीण संस्था धर्मशाला के कार्यक्रम समन्वयक चंद्रकांता ने बताया कि हमारा उद्देश्य है कि समाज में हाशिए पर रह रहे लोगों को समाज की मुख्य धारा के साथ जोड़ने एवम उनको समाज में बराबरी का दर्जा दिलवाना। चंद्रकांता ने बताया कि सरकार द्वारा गरीब महिलाओं बच्चों वह पिछड़े वर्ग के उत्थान के लिए बहुत सारी कल्याणकारी योजनाएं चलाई गई हैं, लेकिन जागरूकता के अभाव के कारण पात्र व्यक्ति इन योजनाओं से वंचित रह जाते हैं।
इन्हीं कल्याणकारी योजनाओं में एक योजना आवास की भी है यह योजना उन परिवारों के लिए चलाई गई है। जिनके पास अपना घर नहीं है और वह देश का स्थाई निवासी है। इस योजना का लाभ उन परिवारों को दिया जाता है जिनके पास अपना घर नहीं है और वह मजबूर है खुले आसमान के नीचे सोने के लिए या फिर अपने आत्मसम्मान को दांव पर लगाकर किसी के यहां शरण लेने पर उन्होंने बताया कि इस योजना को प्रधानमंत्री आवास और मुख्यमंत्री आवास योजना के नाम से जाना जाता है इसमें पात्र व्यक्ति को ग्रामीण क्षेत्र में घर बनाने के लिए ₹130000 दिए जाते हैं। और सरकार का भी लक्ष्य है,
कि लोगों को सम्मानजनक आवास मिले लेकिन देखा गया है कि अभी बहुत से लोगों के पास अपना घर नहीं है उन्होंने कहा कि जिला कांगड़ा के विकासखंड कांगड़ा में कितने ऐसे परिवार हैं जिनके पास अपना आवास नहीं है और वह आवास योजना का लाभ कैसे ले सकते हैं यही बताने के लिए जागोरी ग्रामीण द्वारा 1 दिसंबर से विकास खंड कांगड़ा में सर्वेक्षण के माध्यम से जानकारी एकत्रित करना शुरू किया गया है सर्वेक्षण में अभियान के दौरान मिली जानकारी को शासन व प्रशासन के साथ भी साझा किया जाएगा सर्वेक्षण अभियान में कुल 27 कार्यकर्ताओं की टीम जिसमें जागोरी के 22 कार्यकर्ता हैं।