आवाज़ ए हिमाचल
शिमला, 13 फरवरी। हिमाचल प्रदेश का जल शक्ति विभाग पेयजल योजनाओं को चलाने के लिए प्रयोग हो रही बिजली के बिलों को समय पर नहीं चुका रहा है। 31 दिसंबर 2021 तक 92 करोड़ रुपये का बिल हो गया है। बकाया राशि लगातार बढ़ने से बिजली बोर्ड प्रबंधन के हाथ खड़े हो गए हैं। इस संबंध में बिजली बोर्ड की निदेशक वित्त रीमा कश्यप ने सभी विद्युत सर्किलों के अधीक्षण अभियंताओं को पत्र जारी किया है।
पत्र में कहा गया है कि बिजली बोर्ड एक व्यवसायिक संस्था है। बिजली बिलों की अदायगी समय से नहीं होने के चलते कई समस्याएं खड़ी हो गई हैं। उपभोक्ताओं को सुचारु विद्युत आपूर्ति मुहैया करवाने के लिए बोर्ड को भी बिजली सप्लाई की खरीद करनी पड़ती है।
निदेशक वित्त की ओर से अधीक्षण अभियंताओं को इस मामले को प्राथमिकता से लेते हुए जल शक्ति विभाग के अधिकारियों से उठाने को कहा गया है। 20 फरवरी तक इस बाबत जानकारी भी मांगी गई है। उधर, जल शक्ति विभाग के सचिव विकास लाबरू का कहना है कि जल्द ही बकाया राशि का भुगतान कर दिया जाएगा। बजट का इंतजाम किया जा रहा है।
कांगड़ा, हमीरपुर में उपभोक्ताओं ने नहीं चुकाए 32 करोड़
विद्युत सर्किल कांगड़ा और हमीरपुर में उपभोक्ताओं ने भी 32 करोड़ रुपये के बिल नहीं चुकाए हैं। बिजली बोर्ड प्रबंधन ने अपने सभी अधिकारियों को न्यायालयों में लंबित इन बकाया बिल मामलों की जल्द सुनवाई के लिए वकीलों से संपर्क करने को कहा है।
कोर्ट में इन मामलों की जल्द सुनवाई के लिए आवेदन करने के निर्देश दिए गए हैं। कांगड़ा सर्किल में 25,54,00,750 रुपये और हमीरपुर सर्किल में 7,12,20,375 रुपये के बिल अभी वसूले जाने हैं।