अब इसकी पूरी डिटेल रिपोर्ट तैयार कर सरकार को भेजी जाएगी। इसके बाद भूमि अधिग्रहण का कार्य शुरू होगा और नए शामिल होने वाले एरिया में मांझी खड्ड पर बनने वाले पुल से लेकर तमाम सारे पहलुओं की प्रक्रिया पर भी काम चलाया जा सकेगा। इस तरह से अब तमाम सारी औपचारिक्ताएं पूरी होने के साथ ही एयरपोर्ट को लेकर चल रही पेपर वर्क की प्रकिया पूरी होते ही जमीनी स्तर पर काम शुरू होने की संभावनाएं है। हालांकि क्षेत्र के लोग अभी उनके री-हैबिलिटेशन की मांग कर रहे हैं। ऐसे में सरकार को विस्थापित होने वाले क्षेत्र के लोगों, कारोबारियों को बसाने की प्रक्रिया पर काम करना होगा।
पर्यटन विभाग के उपनिदेशक विनय धीमान का कहना है कि सर्वे के बाद फिजिबिलिटी रिपोर्ट तैयार होगी, उसी आधार पर काम आगे बढ़ेगा। इस दिशा में प्रयास हो रहे हैं।