आवाज़ ए हिमाचल
07 अगस्त । मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने विधानसभा के मानसून सत्र के दौरान हिमाचल प्रदेश के पात्र लोगों को एक साथ करुणामूलक नौकरी देने का बड़ा आश्वासन दिया। विपक्ष के नेता मुकेश अग्निहोत्री के करुणामूल्क आधार पर नियुक्तियों को लेकर पूछे गए सवाल के जवाब में सीएम ने कहा कि मुख्य सचिव की अध्यक्षता में एक कमेटी का गठन किया जाएगा। कमेटी पांच प्रतिशत कोटे को खत्म करने का रास्ता निकालेगी।
सबको एकमुश्त नौकरी मिल सके इसके लिए भी सरकार को सिफारिश करेगी। कमेटी की सिफारिश निश्चित अवधि में देने के आदेश सीएम ने दिए। सदन में सीएम ने कहा कि सरकार ने सात मार्च, 2019 की रिवाइज्ड़ पॉलिसी में भी बदलाव किया था। वहीं पहले 50 साल की उम्र में मृत्यु होने पर ही नौकरी देने का प्रावधान था लेकिन सरकार ने अब सीमा को बढ़ा दिया है। अब अगर किसी व्यक्ति की मृत्यु रिटायरमेंट के दो दिन पहले भी हो जाती है।
तब भी उनके परिवार को नौकरी दी जाएगी। इसके साथ करुणामूल्क नौकरी के लिए आय सीमा को भी सरकार ने अढ़ाई लाख तक कर दिया है। कांग्रेस के विधायक रामलाल ठाकुर ने भी करुणामूल्क नौकरी समय पर न देने का आरोप सरकार पर लगाया। इस पर सीएम ने कहा कि जनवरी 2018 से 31 जनवरी, 2021 तक करुणामूल्क के आधार पर प्रदेश के विभिन्न विभागों में कुल 706 नियुक्तियां दी गई हैं।