आवाज़ ए हिमाचल
शिमला। हिमाचल में नई बनी सुखविंदर सिंह सुक्खू सरकार ने एक नीतिगत फैसला लेते हुए अप्रैल 2022 के बाद नए खोले गए या अपग्रेड किए गए सरकारी दफ्तरों और संस्थानों को बंद करने के अभियान पर गति पकड़ ली है। बुधवार को लगभग सभी बड़े कार्यालयों में नए संस्थान बंद करने की कार्रवाई हुई है। हेल्थ विभाग में 180, राजस्व में 72, पीडब्ल्यूडी में 16 दफ्तर डिनोटिफाई किए गए हैं। गौरतलब है कि ‘दिव्य हिमाचल’ में सबसे पहले बताया था कि कैबिनेट ने सरकुलेशन के माध्यम से यह फैसला ले लिया है। इसके बाद बुधवार को स्वास्थ्य विभाग, लोक निर्माण विभाग और राजस्व विभाग में बड़ी कार्रवाई हुई है। आजादी के बाद पूर्व मुख्यमंत्री के जिला मंडी को मिला सेटलमेंट ऑफिसर का दफ्तर बंद कर दिया गया है। जयराम ठाकुर के चुनाव क्षेत्र सिराज के जंजैहली में खुला वाइल्डलाइफ का फोरेस्ट डिवीजन भी बंद कर दिया गया है।
स्वास्थ्य विभाग ने अप्रैल 2022 के बाद नए खोले या अपग्रेड किए 180 अस्पतालों व स्वास्थ्य केंद्रों को बंद कर दिया है। लोक निर्माण विभाग की बात करें तो 16 सर्किल और डिवीजन बंद कर दिए गए हैं। राजस्व विभाग में 41 पटवार सर्किल 20, 20 सब तहसीलें, 9 कानूनगो सर्कल और तीन तहसीलों को डिनोटिफाई कर दिया गया है। राजस्व विभाग ने लाहुल-स्पीति के उदयपुर बिलासपुर के भराड़ी और सोलंके किशनगढ़ में खुली नई तहसीलों को डिनोटिफाई कर दिया है।जो कानूनगो सर्किल बंद किए गए हैं, उनमें बनेहरडी, रायपुर, कजौण, राजपुर तथा भाटांवाली, केलोधार, बस्सी, भजौन तथा सतौन, मझोठी, भांबला शामिल हैं। डिनोटिफाई हुई सब तहसीलों में हरलोग, काला अंब, जालग, चचियां, जाहलमां, राजपुर व खोडोंवाला, धमवाड़ी, समरकोट, थैली चक्टी, साहो, ज्यूरी, दौलतपुर चौक, बड़ागांव, बल्देयां, तलाई, कोटी, सुबाथु, मतियाना, सतौन, अशला शामिल हैं।
40 से ज्यादा पटवार सर्किल भी बंद कर दिए गए हैं, जिनमें सतोग, किंजा, चनसारी, धनेटी गारलां, अनोह, सिहोटू, तान्दी, क्यारियां, ध्वाल, वदोली-त्यूडी, पालिओं, आम्बवाला सैनवाला, काला अंब, देवनी, नागल सुकेती, नंगल, मुरहाग, पक्का टियाला, औंद , देवीनगर, गोंदपुर, छछेती, पातलियों, बाएकुंआ, शमशेरपुर, मानपुर देवड़ा, खोदरी, मोहकमपुर नवादा, बनौर, डांडां, किगस, भमसोई, ओडीधार, गुगलैहड़, प्रोइयां कलां, बलह, सोलधा (भटोली), जांगल (सिहूणी), शिकरोहा, स्पीलो, बीटन, सपौरी, वेहड जसवां, सैल (चुनवी स्थित शाईला), ललडीं, थपकौर, कमनाला, सलोआ, टरवाड़, तन्बौल, हथोल, टयालु, मंडेसर, ढकरियाणा, मलराओं, चौगान, परवाणू (शहरी), छपराहन, घंगोट, कोटला-खनूला, खारसी, झरेड़ी, संखौली स्थित ढांग रूहाण, चान्दनी, पोका, कुनेर धमौण, कान्टी मश्वा, बल्दुआ बोहल, शावगा स्थित जुईनल माटला, कराडसू, घाठू, मतेहल, सनारली, मनोला कांडी, भनेरा, नंवीधार (बाग), कुठेहड, चौकी, मूरिंग, सतलाई शामिल हैं।
पीडब्ल्यूडी ने ये सर्किल डिवीजन किए बंद
लोक निर्माण विभाग ने करीब 16 सर्किल और डिवीजन बंद किए हैं। इनमें पीडब्ल्यूडी इलेक्ट्रिकल सर्किल मंडी के साथ मुख्यमंत्री के अपने चुनाव क्षेत्र के जंजैहली में खुला सर्कल भी बंद कर दिया गया है। चंबा के चुवाड़ी में खुला पीडब्ल्यूडी डिवीजन, ज्वालामुखी डिवीजन, ननखड़ी डिवीजन, नेरवा डिवीजन, पट्टा मेहलोग डिवीजन भी बंद कर दिया गया है। सब डिविजन जयनगर, पीडब्ल्यूडी सेक्शन बलगार, सब डिवीजन मकरीड़ी, रिकांगपिओ, खोदोंवाला, कपहाड़ा, चम्याना और पीडब्ल्यूडी सेक्शन मेडिकल कॉलेज चंबा को डिनोटिफाई किया गया है।
स्कूल-कालेजों और जल शक्ति पर फैसला जल्द
जयराम सरकार के दौरान करीब 423 नए स्कूल या तो खुले थे या अपग्रेड हुए थे। इसी तरह 26 नए कॉलेज खोले गए थे। इन्हें डिनोटिफाई करने को लेकर अभी फैसला इसलिए नहीं हुआ है, क्योंकि मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने इनके बारे में स्टेटस रिपोर्ट मांगी है। यह स्टेटस रिपोर्ट इसी हफ्ते सबमिट हो जाएगी और दिल्ली से लौटने के बाद मुख्यमंत्री इन संस्थानों को भी बंद करने पर फैसला लेंगे। जल शक्ति विभाग में भी इस अवधि के दौरान 32 नए दफ्तर खुले थे और इनमें से 11 फंक्शनल हो गए थे। इन पर भी फैसला जल्द हो जाएगा।