आवाज़ ए हिमाचल
शिमला। पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने प्रदेश की सुक्खू सरकार पर संस्थानों को बंद करने के साथ-साथ सीमैंट कारखानों व पेपर लीक मामले पर जुबानी हमला बोला है। उन्होंने कहा कि 14 दिन के छोटे से कार्यकाल में ही सरकार पूरी तरह से विफल हो गई है तथा लोग झंडे लेकर सड़कों पर उतर गए हैं।
कांग्रेस सरकार द्वारा कार्यालयों को डिनोटिफाई करने से लोगों में आक्रोश है। उन्होंने सरकार द्वारा सरकारी कार्यालयों को बंद करने के निर्णय को गैर-कानूनी व अलोकतांत्रिक करार दिया तथा कहा कि सभी औपचारिकताएं पूरी करने के बाद कैबिनेट की मंजूरी से ही पूर्व सरकार ने इन्हें खोला था। कैबिनेट के फैसलों को कैबिनेट द्वारा ही निरस्त किया जा सकता है, लेकिन यहां अभी न तो कैबिनेट बनी है और न ही कोई कैबिनेट की बैठक हुई है। यह बात उन्होंने रविवार को शिमला में पत्रकार वार्ता में कही।
हिमाचल के इतिहास में पहली बार चले हुए संस्थान बंद किए
जयराम ठाकुर ने आरोप लगाया कि हिमाचल के इतिहास में पहली बार चले हुए संस्थानों को बंद किया जा रहा है। एसडीएम कार्यालय खोलने के फैसले के बाद हाईकोर्ट की कमेटी इन्हें न्यायिक शक्तियां प्रदान करने की अनुमति देती है। भाजपा इस मामले में कानूनी कार्रवाई भी करेगी, जिसके लिए राय ली जा रही है। उन्होंने कहा कि संस्थाओं को डिनोटिफाई करने के मामले में विधायकों की कमेटी बनाने की बात सरकार कर रही है लेकिन अभी तक विधायकों ने शपथ ही नहीं ली है। उन्होंने तंज कसा कि 14 दिन के बाद भी कैबिनेट का गठन नहीं हो पाया है, लेकिन 3 लोगों को सरकार ने कैबिनेट रैंक देकर सचिवालय में तैनात कर दिया। सरकार के मीडिया एडवाइजर जिनको मीडिया से को-ऑॢडनेट करना चाहिए, वह प्रैस वार्ता कर रहे हैं। इतना ही नहीं, जयराम ठाकुर ने कहा कि कर्मचारी चयन आयोग में पेपर लीक मामले पर सरकार व पुलिस अधिकारियों को बोलना चाहिए, लेकिन उस पर मीडिया एडवाइजर प्रैस वार्ता करके पूरा खुलासा कर रहे हैं जोकि आश्चर्य की बात है। इससे जांच प्रभावित होती है।
नहीं हुए वायदे पूरे, सरकार में तारतम्य नहीं
जयराम ठाकुर ने कहा कि कांग्रेस ने 10 दिन के भीतर ओपीएस, 1,500 रुपए और 1 लाख रोजगार देने का वायदा किया था, मगर सरकार को बने 14 दिन हो चुके हैं। अब तक एक भी वायदा पूरा नहीं किया गया है। उन्होंने आरोप लगाया कि प्रदेश की कांग्रेस सरकार में कोई भी तारतम्य नहीं है। मुख्यमंत्री, उपमुख्यमंत्री व अन्य विधायक अलग-अलग दिशा में चल रहे हैं तथा पूरी सरकार दिशाहीन हो गई है। उपमुख्यमंत्री का काफि ला भी सीएम के बराबर लंबा चाहिए। उन्होंने कहा कि सरकार में अनिश्चितता का दौर जारी रहेगा, मगर भाजपा उसकी वजह नहीं होगी।
सीमैंट मामले के तथ्य आएंगे सामने
जयराम ठाकुर ने कहा कि प्रदेश में 2 सीमैंट उद्योग बंद हो गए हैं, जिससे 30000 लोगों का रोजगार छिन गया है लेकिन सरकार कोई हल नहीं निकाल पाई। उन्होंने आरोप लगाया कि ऐसी जानकारी मिली है कि सीमैंट उद्योग मालिकों से सरकार की ओर से यह कहा गया कि उन्होंने उनकी मदद तो की नहीं। आने वाले समय में सीमैंट मामले के कई तथ्य सबके सामने आएंगे।