आवाज़ ए हिमाचल
किश्तवाड़। जम्मू-कश्मीर के किश्तवाड़ में भूस्खलन से जेसीबी चालक समेत चार की मौत हो गई है और छह घायलों का बचाया गया है। समाचार एजेंसी एएनआई के अनुसार रेस्क्यू अभियान संपन्न हो गया है। अभियान के तहत चार शवों को निकाला गया है। भूस्खलन के बाद मलबे में दबे छह घायलों को भी बचा लिया गया है। किश्तवाड़ के उपायुक्त देवांश गुप्ता के अनुसार बचाव अभियान पूरा हो गया है। महत्वाकांक्षी रतले पनबिजली परियोजना स्थल पर भूस्खलन से जेसीबी चालक की मौत की खबर पहले आई। चालक को निकालने के लिए रेस्क्यू टीम मौके पर पहुंची तो पहाड़ से और मलबा आ गिरा, जिससे छह कर्मी मलबे में दब गए। शनिवार शाम करीब छह बजे पहाड़ी का हिस्सा गिरने से हुए हादसे में दबे कर्मियों को बचाने के लिए बड़े स्तर पर रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया गया।
बचाव कार्य के दौरान भूस्खलन के खतरे को देखते हुए मशीनों का प्रयोग रोक दिया गया। चिनाब दरिया पर बनाई जा रही 850 मेगावाट क्षमता वाली बिजली परियोजना के स्थल द्रबशाला के रतले में देर शाम हादसा हुआ। परियोजना का काम इसी साल शुरू किया गया है। शनिवार को सड़क के लिए पहाड़ की कटाई का काम चल रहा था। यह हिस्सा पथरीला है।
जेसीबी मशीन के साथ चालक काम में जुटा था, इसी दौरान पहाड़ का एक हिस्सा दरकने से बड़े-बड़े पत्थरों के साथ मलबा नीचे आ गिरा। घटनास्थल पर भगदड़ मच गई। जेसीबी चालक को बचाने के लिए जैसे ही रेस्क्यू दल मौके पर पहुंचा तो पहाड़ से और मलबा आ गिरा, जिसमें छह लोग दब गए। पुलिस, सेना, रेडक्रॉस टीम के सदस्य रेस्क्यू ऑपरेशन में जुटे रहे। मलबा हटाने से भूस्खलन का खतरा बना हुआ था।